गुलमेंहदी तेल: रोजमेरी तेल के फायदे और उपयोग करना जाने

रोजमेरी तेल अपने अद्वितीय गुणों के लिए जाना जाता है, और इसका उपयोग विभिन्न स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने के लिए किया जा सकता है। इसे परम्परिक चिकित्सा पद्धतियों में लंबे समय से उपयोग में लिया जाता रहा है।

Author:

Brijesh Yadav

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गुलमेंहदी ((Rosmarinus officinalis) को रोजमेरी के नाम से जाना जाता है। यह एक सदाबहार पौधा है जो की पुदीना पौधे के परिवार का सदस्य है।

रोजमेरी का पौधा औषधीय गुणों से भरपूर होता है, इसलिए रोजमेरी के फायदे अनेक मिल सकते हैं। इसमें रोगाणुरोधी, सूजनरोधी, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-एपोप्टोटिक, एंटी-ट्यूमरजेनिक आदि गुण पाए जाते हैं। इसके अलावा, रोजमेरी का मूड, सीखने, याददाश्त, दर्द, चिंता, और नींद पर भी सकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकता है।

रोजमेरी का उपयोग विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है, जैसे मसाले के रूप में भोजन में, चाय या काढ़े के रूप में, लेकिन इसके तेल का करना उपयोग भी एक प्रचलित तरीका है।

रोजमेरी तेल (Rosemary Oil) का उपयोग विभिन्न स्वास्थ्य फायदों को प्राप्त करने के लिए किया जाता है। इसके ऑयल का अरोमाथेरेपी में भी उपयोग किया जाता है।  

यहाँ रोजमेरी तेल के फायदों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है।

रोजमेरी तेल के फायदे | Rosemary Oil Benefits

रोज़मेरी तेल में महत्वपूर्ण सक्रिय यौगिक पाए जाते हैं जो इसे एंटीऑक्सीडेंट, एंटीइन्फ्लेमेटरी, जीवाणुरोधी, और दर्द निवारक गुण प्रदान करते हैं। इसलिए, इनसे जुड़ी समस्याओं के उपचार में रोज़मेरी तेल लाभदायक हो सकता है।123

1. बालों के लिए फायदेमंद है

रोजमेरी तेल बालों के झड़ने को कम करने और बालों के विकास में मददगार हो सकता है। यह सिर की छोटी रक्त वाहिकाओं में रक्त प्रवाह को बढ़ाता है, जिससे बालों की जड़ों को अधिक पोषण मिलता है और बालों की वृद्धि में सुधार हो सकता है।4

एक अध्ययन में यह पाया गया कि एंड्रोजेनिक एलोपेसिया (पुरुषों में होने वाला गंजापन जो महिलाओं को भी प्रभावित कर सकता है) से पीड़ित पुरुषों में, रोज़मेरी तेल को 6 महीने तक रोजाना दो बार लगाने से बालों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। यह प्रभाव मिनोक्सिडिल, जो कि पैटर्न बालों के झड़ने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली एक दवा है, के प्रभाव के बराबर पाया गया। इसके अतिरिक्त, रोज़मेरी तेल का उपयोग करने वाले लोगों में मिनोक्सिडिल का उपयोग करने वालों की तुलना में स्कैल्प में खुजली कम हुई।5

इस अध्ययन में एलोपेसिया एरिएटा (जिसमें बाल झड़ते हैं) से पीड़ित 86 लोगों को दो समूहों में बांटा गया। एक समूह ने रोज़ाना सात महीने एक तेल मिश्रण (जिसमें रोज़मेरी, थाइम, लैवेंडर, और सीडरवुड के तेल शामिल थे) से सिर की मालिश की। परिणाम में पाया गया कि इस तेल मिश्रण का उपयोग करने वाले लोगों के बाल अधिक तेजी से उगने लगे।6

इन निष्कर्षों से यह पता चलता है की रोजमेरी तेल बालों से जुड़ी समस्याओं में फायदेमंद हो सकता है।

2. मानसिक स्वास्थ्य (तनाव, चिंता) के लिए फायदेमंद हो सकता है

रोजमेरी का तेल को सुघने से (अरोमाथेरेपी) तनाव, चिंता, अवसाद जैसे मानसिक विकारों को दूर रखने में मदत मिल सकती है। क्योकि यह कोर्टिसोल हार्मोन के स्तर को कम कर सकता है, जो की एक तनाव हार्मोन है।7

अध्ययन में यह पाया गया रोज़मेरी तेल के सूंघने से तंत्रिका तंत्र और मस्तिष्क की तरंग गतिविधि में उत्तेजना उत्पन्न होती है, ताजगी का अनुभव होता है और इससे व्यक्ति के मनोदशा पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।8

परीक्षा कई विद्यार्थियों के लिए तनावपूर्ण हो सकता है। एक अध्ययन में, परीक्षा के दौरान नर्सिंग छात्रों को लैवेंडर और रोज़मेरी के एसेंशियल ऑयल इन्हेल कराया गया। परिणामस्वरूप, जिन छात्रों ने इन ऑयल्स का उपयोग किया, उनकी परीक्षा संबंधी चिंता कम हो गई, वे अधिक शांत महसूस कर रहे थे, और उनकी नाड़ी दर में कमी आई, जो की तनाव में कमी का संकेत है।9

3. मस्तिष्क के कार्य में सुधार कर सकता है

गुलमेंहदी के तेल का उपयोग प्राचीन समय से मस्तिष्क की कार्य छमता को बढ़ने वाला माना जाता रहा है।

20 स्वस्थ लोगों पर किए गए एक अध्ययन में, जिसमें उन्हें रोज़मेरी तेल की सुगंध दी गई थी, पाया गया कि उनके रक्त में 1,8-सिनियोल का स्तर अधिक था। इससे उनकी संज्ञानात्मक कार्यों में प्रदर्शन बेहतर हुआ।10

एक अन्य अध्ययन में 28 बुजुर्गों (जिनमें से कुछ अल्जाइमर रोग से पीड़ित थे) पर अरोमाथेरेपी का प्रयोग किया गया, जिसमें रोज़मेरी और अन्य आवश्यक तेल शामिल थे। परिणामस्वरूप, रोगियों में संज्ञानात्मक कार्य में महत्वपूर्ण सुधार देखा गया, विशेष रूप से अल्जाइमर रोगियों में।11

अध्ययन में रोज़मेरी और लैवेंडर के आवश्यक तेलों के प्रभाव को छात्रों की संज्ञानात्मक विशेषताओं जैसे कि सोचने, समझने, याद रखने, और निर्णय लेने पर परीक्षण किया गया। परिणामों से पता चला कि इन तेलों ने शॉर्ट-टर्म इमेज मेमोरी में महत्वपूर्ण सुधार किया।12

इस अध्ययनों से यह सुझाव मिलता है की रोज़मेरी की सुगंध मानसिक प्रदर्शन को बेहतर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

4. दर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकता है

गुलमेहंदी तेल का उपयोग दर्द को कम करने के लिए एक औषधि के रूप में किया जाता है। यह एंटीनोसिसेप्टिव प्रभाव दिखाता है, क्योंकि यह शरीर में दर्द के संकेतों को कम कर सकता है, जिससे दर्द की अनुभूति कम होती है।13

एक अध्ययन में, हेमिप्लेजिक कंधे के दर्द से पीड़ित स्ट्रोक से उभरे 30 मरीजों पर किए गए शोध में पाया गया कि जिन मरीजों को गुलमेंहदी तेल, लैवेंडर, और पुदीना के मिश्रण के साथ अरोमाथेरेपी और एक्यूप्रेशर दिया गया, उनके कंधे के दर्द में काफी कमी आई। यह प्रभाव केवल एक्यूप्रेशर वाले समूह की तुलना में अधिक था।14

एक अन्य अध्ययन में यह पाया गया की रोज़मेरी ऑइल लगाने से हेमोडायलिसिस के मरीजों के मांसपेशियों और हड्डियों के दर्द में कमी आ सकती है।15

5. जोड़ों की सूजन को कम कर सकता है

रोज़मेरी तेल में सूजन रोधी और दर्द निवारक गुण पाए जाते हैं।

30 व्यक्तियों पर किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि रोज़मेरी तेल की मालिश से उनके जोड़ों के दर्द में कमी आई, हालांकि लैवेंडर तेल का प्रभाव अधिक था।16

एक अन्य अध्ययन के परिणामों के आधार पर, यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि रोज़मेरी तेल का उपयोग माइल्ड और मॉडरेट नी ऑस्टियोआर्थराइटिस (Osteoarthritis) वाले मरीजों में शारीरिक कार्यक्षमता में महत्वपूर्ण सुधार लाया जा सकता है। ऑस्टियोआर्थराइटिस एक जोड़ों की बीमारी है जिसमें जोड़ों की गद्दी (कार्टिलेज) धीरे-धीरे घिस जाती है। इससे जोड़ों में दर्द, सूजन, और कठोरता हो सकती है।17

इन परिणामों से यह निष्कर्ष निकला जा सकता है की रोज़मेरी तेल जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में उपयोगी हो सकता है। हालाँकि अधिक शोध की आवश्यकता है।

रोज़मेरी तेल का उपयोग कैसे करें?

रोज़मेरी तेल को आम तौर पर मौखिक उपयोग के लिए नहीं किया जाता है। इसको त्वचा पर लगाना या अरोमाथेरेपी में उपयोग किया जाता है।

क्योकि रोजमेरी तेल बहुत ही केंद्रित और शक्तिशाली होता है इसलिए त्वचा पर या बालों में इसको लगाने से पहले इसकी 2-3 बूँद को एक चम्मच वाहक तेल (जैसे नारियल, जैतून या बादाम तेल) के साथ मिलाकर मालिश करें।

रोज़मेरी तेल को अरोमाथेरेपी में उपयोग किया जाता है। जिसमें रोज़मेरी तेल की सुगंध को साँस के माध्यम से शरीर में प्रवेश कराया जाता है। जिसके विभिन्न तरीके हो सकते हैं:

1: आप रोज़मेरी आवश्यक तेल को सीधे बोतल से भी सूंघ सकते हैं।

2: अरोमाथेरेपी डिफ्यूज़र में कुछ बूँदें रोज़मेरी तेल डालें। इससे तेल की सुगंध पूरे कमरे में फैल जाएगी और आप इसे साँस के माध्यम से ले सकते हैं।

3: एक बाउल में गर्म पानी डालें और उसमें कुछ बूँदें रोज़मेरी तेल की डालें। फिर तौलिये से सिर ढककर भाप को साँस में लें। यह श्वसन मार्ग को साफ करने में मदद करता है।

ध्यान दें: रोज़मेरी तेल के उपयोग से होने वाले संभावित जोखिमों से बचने के लिए, हमेशा विशेषज्ञ के बताये निर्देशों का पालन करें। क्योकि आपकी शारीरिक परिस्थिति अलग हो सकती है।

रोजमेरी तेल के नुकसान और सावधानियां

रोजमेरी तेल कुछ लोगों में एलर्जी की प्रतिक्रिया पैदा कर सकता है, जिससे त्वचा पर जलन, लालिमा, और खुजली हो सकती है। इसलिए, इसे सीधे त्वचा पर लगाने से पहले, रोजमेरी तेल की 2 से 3 बूँदें नारियल या बादाम के तेल में मिलाएँ और पैच टेस्ट करें।

रोजमेरी तेल को सुघने से ब्लड प्रेसर बढ़ सकता है इसलिए अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है तो इसके उपयोग में सावधानी बरते।

रोजमेरी तेल को अधिक सूंघने से कुछ लोगों में अनिद्रा की समस्या हो सकती है इसलिए रात को सोने से पहले इसके प्रयोग से बचे।

ध्यान दें: गुलमेंहदी तेल से जुड़े दुष्प्रभावों से बचने के लिए इसके उपयोग से सम्बन्धित अपने विशेष्ज्ञ द्वारा दिए निर्देशों का पालन करें  

निष्कर्ष

रोजमेरी तेल एक सुगंधित तेल है जिसमें कई सक्रिय यौगिक पाए जाते हैं, जो इसे औषधीय गुण प्रदान करते हैं। रोजमेरी तेल के कई फायदे हो सकते हैं, जैसे कि यह बालों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है, मानसिक स्वास्थ्य और मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बढ़ा सकता है, और इसमें सूजन रोधी और दर्द निवारक गुण होते हैं जो सूजन को कम करने और जोड़ों के दर्द में राहत देने में उपयोगी हो सकते हैं।

रोजमेरी तेल का उपयोग करने के कई तरीके हो सकते हैं, जैसे त्वचा पर लगाना या अरोमाथेरेपी। हालांकि, इसके इस्तेमाल से जुड़े संभावित दुष्प्रभावों से बचने के लिए, हमेशा चिकित्सक द्वारा बताए गए निर्देशों का पालन करें।

संदर्भ

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  2. Hussain, Abdullah Ijaz et al. “Rosmarinus officinalis essential oil: antiproliferative, antioxidant and antibacterial activities.Brazilian journal of microbiology : [publication of the Brazilian Society for Microbiology] vol. 41,4 (2010): 1070-8. doi:10.1590/S1517 – 838220100004000027 ↩︎
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  8. Sayorwan, Winai et al. “Effects of inhaled rosemary oil on subjective feelings and activities of the nervous system.” Scientia pharmaceutica vol. 81,2 (2013): 531-42. doi:10.3797/scipharm.1209-05 ↩︎
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