शायद ही कोई होगा जो अपने आपको खूबसूरत नहीं दिखना चाहता होगा। खूबसूरत दिखने की चाह में लोग अलग-अलग तरह के क्रीम, मेकअप, आदि कई चीजों का इस्तेमाल करते हैं।
लेकिन कुछ लोग एक कदम आगे बढ़कर खूबसूरत दिखने के लिए सर्जरी का सहारा लेते हैं, जिसमें वे ब्रैस्ट इम्प्लांट, हेयर ट्रांस्पलांट, हिप इम्प्लांट, शामिल है।
चेहरे को सुंदर दिखाने के लिए हमारे होंठों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, यह हमारी मुस्कुराहट को आकार देते हैं, भावनाओं को व्यक्त करते हैं। लेकिन होठ का आकर पसंद ना आने पर या किसी अन्य कारण से कई लोग अपने होठ को लेकर बहुत चिंतित भी रहते हैं। इस स्थिति से निपटने के लिए अक्सर लोगों द्वारा लिप फिलर्स (lip fillers) करवाने का निर्णय लिया जाता है।
आइये इस ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से लिप फिलर से जुड़े सारे तथ्यों को विस्तार से समझते हैं।
लिप फिलर्स क्या होता है?
अगर सरल शब्दों में कहा जाए तो लिप फिलर एक प्रकार का कॉस्मेटिक उपचार है, जिसमे होटों के आकर को बढ़ाया जाता है, और झुर्रियों को मिटाया जाता है, ताकि आपके होठ और आप खूबसूरत दिखें।
हमारे होठों को खूबसूरत बनाने के लिए कई प्रकार के लिप फिलर का इस्तेमाल किये जा सकते हैं लेकिन ह्यालुरोनिक एसिड (Hyaluronic Acid) का इस्तेमाल काफी प्रचलित है। जिसे एक इंजेक्शन के माध्यम से लिप्स में इंजेक्ट किया जाता है।
हालांकि ह्यालुरोनिक एसिड (Hyaluronic Acid) हमारे शरीर में प्राकृतिक रूप में भी पाया जता है, लेकिन लिप फिलर में इस्तेमाल किया गया एसिड लैब में तैयार होता है, इसलिए जाहिर है की लैब में तैयार ह्यालुरोनिक एसिड प्राकृतिक एसिड से भिन्न होगा और क्योंकि ये लैब में तैयार किए जाते हैं इसलिए इनकी क्वॉलिटी में भी फर्क देखने को मिल सकता है।
लिप फिलर्स कितने प्रकार के हो सकते हैं?
बाजार में मिलने वाले लिप फिलर कई प्रकार के हो सकते हैं। यहां लिप फिलर के कुछ प्रचलित प्रकार दिए गए हैं:
- ह्यालुरोनिक एसिड फिलर्स (Hyaluronic acid fillers):- यह लिप फिलर करने के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला पदार्थ है जो हमारे शरीर में प्राकृतिक रूप में भी पाया जाता है। इसके बहुत अच्छे परिणाम देखने को मिलते हैं लेकिन यह 16 से 18 महीने तक रहता है।
- पॉली-एल-लैक्टिक एसिड फिलर्स (Poly-L-lactic acid fillers):- यह एक प्रकार का सेंथेटिक, बायोकम्पैटिबल और बायोडिग्रेडेबल फिलर होता है, जो हमारे त्वचा में कोलोजन के निर्माण करने के लिए डिसीजन किया गया है। आम तौर पर इसे सुरक्षित माना जाता है लेकिन इसके कुछ साइड इफेक्ट देखने को मिलते हैं जिसमे लालिमा, सूजन और चोट लगना आदि शामिल हैं।
- कैल्शियम हाइड्रॉक्सिलपैटाइट भराव (Calcium hydroxylapatite fillers):- यह खनिज या मिनरल के आधार पर किया जाने वाला लिप फिलर है
- पॉलीमेथाइलमेथैक्रिलेट फिलर्स (Polymethylmethacrylate (PMMA) fillers):- यह सेंथेटिक लिप फिलर होते हैं जो लम्बे समय तक के रिजल्ट के लिए जाना जाता हैं।
ध्यान दें: लिप फिलर के विभिन्न प्रकारों के अपने-अपने साइड इफेक्ट, जोखिम और रिकवरी समय हो सकते हैं।
लिप फिलर करने की प्रक्रिया
- परामर्श:-लिप फिलर करने के लिए जब आप किसी डर्मेटोलॉजिस्ट या प्लास्टिक सर्जन से मिलेंगे तो वह आपकी स्किन कंडीशन, हेल्थ कंडीशन, और आप क्या चाहते हैं, आपका गोल क्या है? आदि कई तरह की चीजों को देख सकता है या पूछ सकता है। और इसके अनुसार लिप फिलर की कितनी मात्रा देनी है और कौन सा लिप फिलर देना है, इसका भी अंदाजा लगा सकता है।
- सुन्न करना:- स्किन की कंडीशन को देखने के बाद डॉक्टर का अगला कदम आपके होठों को सुन्न करना होता है जिसके लिए लोकल एनेस्थीसिया दिया जाता है।
- इंजेक्शन:- लिप फिलर के लिए इस्तेमाल किए जाने वाला पदार्थ को इंजेक्शन के सहारे से आपके लिप्स में डाला जाता है। और जहां जितने लिप फिलर की जरूरत होती है वहां उतना लिप फिलर भरा जाता है।
लिप फिलर करवाने की सही उम्र क्या होती है?
हम अपने चहेते फ़िल्मी सितारों की ख़बरें लिप फिलर को लेकर सुनते रहते हैं इसलिए अक्सर हमारे मन में इसका विचार आने लगता है और इसके बारे में जानने की इक्छा होने लगती है। की आखिर लिप फिलर की सही उम्र क्या है?
हालाँकि लिप फिलर कराने के लिए आपकी मानसिक और शारीरिक योग्यता होना बहुत जरूरी है, चाहे आपकी उम्र कुछ भी हो। USA की फ़ूड एंड ड्रैग एडमिनिस्ट्रेशन लिप फिलर कराने के लिए सही उम्र 21 साल बताई है।
लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि 18 वर्ष से कम उम्र के किसी भी व्यक्ति को लिप फिलर नहीं करवाना चाहिए, क्योंकि इस उम्र में लिप्स के आकार में बदलाव आ रहे होते हैं।
लिप फिलर करने के बाद क्या करना चाहिए?
हालाँकि, लिप फिलर किसी अनुभवी डॉक्टर से कराने के बाद भी होठों में डिस्कंफर्ट, सूजन, लालिमा और सुन्नपन महसूस हो सकता है, जो कि आम बात है। यह कुछ समय बाद सामान्य हो जाता है।
कई बार लिप फिलर की वजह से होठों पर अधिक सूजन हो सकती है, लेकिन धीरे-धीरे एक हफ्ते में यह सूजन खत्म हो जाती है। इस प्रक्रिया में सामान्यतः 2 से 4 सप्ताह का समय भी लग सकता है।
लिप फिलर करने के बाद कुछ सावधानियां बरतने की बहुत जरूरत होती है जैसे:-
- अगर आपको सूजन और असहजता का अनुभव हो रहा हो तो आप थोड़ा बर्फ को हल्के हाथों से अप्लाई कर सकते है।
- होठों को रगड़ने या मसलने से बचना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से फिलर अपनी जगह से हट सकता है।
- कम से कम 48 घंटों तक शराब, स्मोकिंग और कैफीन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योकि यह होठों में सूजन को और अधिक बढ़ा सकता है।
- लिप फिलर के बाद होठों को 24 से 48 घंटों तक आराम देना चाहिए। इस दौरान ज्यादा बोलने, चिल्लाने और गर्म चीजों, जैसे चाय, से बचना चाहिए, जो होठों में तकलीफ दे सकती हैं।
- 24 घंटों तक मेकअप के समानों के इस्तेमाल से भी बचाना चाहिए।
लिप फिलर कितने दिनों तक रहता है?
क्या लिप फिलर हटाया जा सकता है, क्या यह परमानेंट है, और यह कितने दिनों तक रहता है? यह सभी प्रश्न आपके लिप फिलर की टाइप और लिप फिलर के लिए किस पदार्थ का इस्तेमाल किया गया है इसपर निर्भर करता है।
लेकिन अक्सर लिप फिलर 10 से 12 महीनों तक रह सकता है। लेकिन कुछ लोगों में यह लम्बे समय तक भी रह सकता है। हालाँकि यह आपके उम्र और आपकी स्किन टाइप पर निर्भर करता है।
लिप फिलर के बाद क्या दिक्कतें हो सकती है?
लिप फिलर का नाम सुनते ही हमारे दिमाग में किसी सेलेब्रिटी की तस्वीर आ जाती है, जिन्होंने इसकी मदद से अपने होठों को मोटा बनाया है। कई बार ये होठ भद्दे भी नजर आते हैं। क्या आपको भी लगता है कि लिप फिलर के बाद होंठ खराब हो जाते हैं?
आमतौर पर लिप फिलर को सुरक्षित माना जाता है, लेकिन यह एक मेडिकल प्रक्रिया है, जिसके साथ कुछ जोखिम और दुष्प्रभाव हो सकते हैं:
- सूजन और लालिमा: आम तौर पर लिप फिलर करने के बाद सूजन और लालिमा की परेशानी देखने को मिलती है लेकिन यह थोड़े समय बाद ठीक हो जाता है।
- नील पड़ना: कुछ लोगों में इंजेक्शन वाली जगह पर नीला पड़ जाता है लेकिन यह भी थोड़े समय पर ठीक हो जाता है।
- संक्रमण: लिप फिलर को सही तरीके से न करने पर संक्रमण का खतरा बना रहता है। इसलिए, इसे अनुभवी डॉक्टर से करवाना चाहिए और उनके द्वारा बताए गए सभी निर्देशों का पालन करना चाहिए।
- लिप फिलर का अपने जगह से हट जाना: लिप फिलर का अपने जगह से हट जाना अक्सर देखने को नहीं मिलता है, लेकिन इसका खतरा भी बना रहता है।
- गांठ बन जाना: यह स्थिति कम ही देखने को मिलती है, लेकिन कभी-कभी लिप फिलर के भराव के स्थान पर त्वचा के नीचे एक गांठ बन सकती है। हालाँकि, इसे ठीक करना संभव है।
अगर डॉक्टर अनुभवी नहीं होता है, तो वह जरूरत से ज्यादा लिप फिलर का इस्तेमाल कर सकता है, जिससे होठ अधिक मोटे हो जाते हैं, या किसी ऐसे पदार्थ का उपयोग कर सकता है जो लिप फिलर के बाद होठों को और खराब कर सकता है।
लिप फिलर में कितना खर्च आता है?
लिप फिलर कराने में खर्च इस बात पर निर्भर करता है कि कौन सा लिप फिलर और किस गुणवत्ता का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके अलावा, डॉक्टर का अनुभव और स्थान भी लागत को प्रभावित करते हैं।
एक लिप फिलर सिरिंज की औसत कीमत 15 से 25 हजार रुपये के बीच होती है। इसके अलावा, अन्य कई खर्चे भी हो सकते हैं, जैसे कि अस्पताल का खर्च और डॉक्टर का परामर्श शुल्क।
हमारी राय
हाल के दिनों में लिप फिलर्स बहुत लोकप्रिय हो गए हैं। कई लोग बस सेलेब्स की तस्वीरें देखकर ही इन्हें कराने का फैसला कर लेते हैं। लेकिन नतीजा हमेशा सकारात्मक नहीं होता, इसलिए यह जरूरी है कि सेलेब्स की तरह दिखने की चाहत को किनारे रखकर विचार करें कि आपको इसकी जरूरत है या नहीं।
यदि आपको यह सही लगे तो करवाएं, लेकिन यदि आपको संदेह है, तो न करवाएं। सेलेब्स की तस्वीरों से प्रभावित होकर ऐसा कोई निर्णय न लें, जिसका आपको बाद में पछतावा हो।
पहले अच्छी तरह से रिसर्च करें, विभिन्न डॉक्टरों से सलाह लें कि क्या यह आपके शरीर के लिए उपयुक्त है, फिर एक अच्छे क्लिनिक की तलाश करें और एक अनुभवी डॉक्टर से मिलें, उसके बाद ही कोई भी इलाज करवाएं।
अक्सर पूछे गए सवाल:
लिप फिलर होने में कितना दर्द होता है?
लिप फिलर को करते समय डॉक्टर लोकल एनेस्थीसिया का इस्तेमाल करता है जिससे फिलर करने वाला हिस्सा सुन्न हो जाता है, इसलिए इस दौरान दर्द ना के बराबर होता है। लेकिन एनेस्थीसिया का असर खत्म होने के बाद थोड़ा बहुत दर्द या असहजता महसूस हो सकती है। इसलिए डॉक्टर आपको दर्द निरोधक दवाओं का इस्तेमाल करने का सुझाव भी दे सकता है।
क्या लिप फिलर का इस्तेमाल शरीर के दूसरे हिस्सों में कर सकते हैं?
फिलर का इस्तेमाल शरीर के दूसरों हिस्सों में भी किया जा सकता है। शरीर के जिस हिस्से में स्किन को टाइट करने की जरूरत होती है, रिंकल हटाने की जरूरत होती है या स्किन की अन्य किसी क्षति को भरना हो, वहां लिप फिलर्स का इस्तेमाल किया जा सकता है। क्योंकि होठों की स्किन बहुत नाजुक होती है इसलिए वहां पतले लिप फिलर का इस्तेमाल किया जाता है।
क्या लिप फिलर्स के बाद चेहरा वापस सामान्य हो जाता है?
लिप फिलर्स करने के 10 से 12 महीनो के भीतर स्किन वापस सामान्य हो जाता है। क्योंकि लिप फिलर्स में इस्तेमाल किए जाने वाला कैमिकल (ह्यालुरोनिक एसिड) शरीर में प्राकृतिक रूप से पाया जाता है जो समय के साथ अब्जॉर्ब हो जाती है।
लिप फिलर से सूजन कितने समय तक रहती है?
अधिकतर मामलों में लिप फिलर्स करने के बाद सूजन लगभग दो सप्ताह या दस से चौदह दिनों तक रह सकता है। लेकिन लिप फिलर के बाद सूजन कितने समय तक रहेगी यह आपके शरीर, डॉक्टर की कुशलता और किस प्रोडेक्ट का उपयोग किया गया है इसपर भी निर्भर करता है। अगर सूजन इससे अधिक दिनों तक बनी रह रहती है तो अपने डॉक्टर से जरूर दिखाए।
लिप फिलर के बाद होंठ क्यों सूज जाते हैं?
लिप फिलर के बाद होठों का सूज जाना एक सामान्य प्रकिरिया है क्योकि लिप फिलर में उपयोग किया जाने वाला ह्यालुरोनिक एसिड या अन्य कोई एसिड लैब में तैयार किया गया होता है इसलिए हमारा शरीर इसे अपनाने में थोड़ा समय लेता है।