निम्न रक्तचाप: लक्षण, कारण, निदान

ब्लड प्रेशर से जुडी हुई समस्याएं जिसमे हाई ब्लड प्रेशर और लो ब्लड प्रेशर प्रमुख है, और यह दोनों ही समस्याएं आज कल की दुनियां में बहुत ही समान्य समस्याएं बन चुकी हैं क्योकि लगभग हर घर में इससे पीड़ित कोई न कोई व्यक्ति जरूर मिल जायेगा। हालाँकि एक स्वस्थ ...

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Akash Yadav

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ब्लड प्रेशर से जुडी हुई समस्याएं जिसमे हाई ब्लड प्रेशर और लो ब्लड प्रेशर प्रमुख है, और यह दोनों ही समस्याएं आज कल की दुनियां में बहुत ही समान्य समस्याएं बन चुकी हैं क्योकि लगभग हर घर में इससे पीड़ित कोई न कोई व्यक्ति जरूर मिल जायेगा।

हालाँकि एक स्वस्थ व्यक्ति में ब्लड प्रेशर का लो या हाई होना एक समान्य प्रक्रिया है क्योकि यह होने के थोड़े समय के बाद नार्मल हो जाता है। लेकिन यही लो या हाई ब्लड प्रेशर अगर लम्बे समय तक रहता है तो इसे बीमारी कहा जाता है।

और कई बार लो ब्लड प्रेशर जानलेवा भी हो सकता है, इसलिए लो ब्लड प्रेशर के बारे में सम्पूर्ण जानकारी होना बहुत जरूरी है।

निम्न रक्तचाप(low blood pressure) क्या होता है?

निम्न रक्तचाप (low blood pressure) को मेडिकल की भाषा में हाइपोटेंशन (Hypotension) भी कहा जाता है। और यह एक ऐसी अवस्था है जिसमे नसों में खून का दबाव समान्य से कम हो जाता है और इस कारण से शरीर के बाकी हिस्सों जैसे दिल दिमाग आदि में खून पर्याप्त मात्रा में नहीं पहुंच पता है। जिस कारण से दूसरी अन्यं शारीरिक समस्याएं देखने को मिलती है।

ऐसा हो सकता है की इससे पीड़ित व्यक्ति को लो ब्लड प्रेशर के शुरुआती लछ्ण देखने को ना मिले या इसकी वजह से चक्कर या बेहोसी जैसे लछ्ण देखने को भी मिल सकता है। इन्ही कारणों की वजह से लो या हाई ब्लड प्रेशर को सीलेंट किलर भी कहा जाता है।

निम्न रक्तचाप के कारण (Causes of low blood pressure in Hindi)

लो ब्लड प्रेशर होने के कई  करक हो सकते हैं। हर किसी व्यक्ति को कभी न कभी लो ब्लड प्रेशर होता ही है और अगर यह थोड़े समय बाद सांत हो जाता है तो इसे हानिकारक नहीं कहा जा सकता है।’

एक समान्य मनुष्य में ब्लड प्रेशर पूरे दिन भर बदलता रहता है और यह बदलाव निर्भर करता है,

  • शारीरिक स्थिति
  • खान पान
  • दवाई
  • तनाव

अक्सर देखा गया है की एक समान्य मुष्य में ब्लड प्रेशर रात के समय दिन के मुकाबले कम होता है और सुबह उठते ही तेजी से बढ़ता है। 

लेकिन कुछ लोगों को बिना किसी लक्षण के भी लो ब्लड प्रेशर की शिकायत होती है और अगर समय के साथ यह निरंतर बढ़ता रहता है या बना रहता है।

इस तरह के लो ब्लड प्रेशर के पीछे क्या कारण होता है यह अभी तक अज्ञात है।

कुछ परिस्थितियाँ जो निम्न रक्तचाप का कारण बन सकती है।

  • अनुवांशिक- ब्लड प्रेशर से जुडी दिक्कते अनुवांशिक हो सकता है, अगर परिवार में माता या पिता को अगर यह प्रॉब्लम होती है तो बच्चे को होने की पूरी सम्भावना होती है।
  • शारीरिक निष्क्रियता- अगर कोई शारीरिक एक्टिविटी नहीं करता है तो उसे लो ब्लड प्रेशर की समस्या देखने को मिलती है।
  • खून की कमी शरीर में खून की कमी लो ब्लड प्रेशर का प्रमुख कारण होता है।
  • शरीर में पानी की कमी- पानी की कमी के कारण शरीर में खून के मात्रा कम होने लगती है जिस कारण से रक्तचाप में भी कमी आती है।
  • हार्मोन सम्बंधित रोग भी रक्तचाप में कमी ला सकता है।
  • ह्रदय में परशानी- कई बार दिल का सही से फंग्शन न कर पाने के कारण भी लो ब्लड प्रेशर की समस्या आती है।
  • गर्भावस्था- गर्भावस्था के दौरान भी रक्तचाप में कमी आती है इस समय लगभग 24 हप्तों तक लो ब्लड प्रेशर होना आम बात होती है लेकिन डिलीवरी के बाद सब समान्य हो जाता है।
  • आहार में पोषक तत्वों की कमी- खाने में b-12 और आयरन के कमी के कारण शरीर को खून बनाने में परेशानी होती है जिस कारण से लो ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है।
  • सेप्टिसीमिया एक प्रकार का संक्रमण है जो रक्त प्रवाह में अगर प्रवेश करता है तो लौ ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है।
  • एनफिलेक्सिस के कारण भी लो ब्लड प्रेशर की हो सकता है।
  • मधुमेह भी ब्लड प्रेशर की समस्या को बढ़ता है।

निम्न रक्तचाप के लक्षण (Symptoms of low blood pressure in Hindi)

लो ब्लड प्रेशर के लक्षण अलग अलग लोगों में अलग अलग हो सकते हैं। कुछ लोगों में तो इसके लक्षण दिखाई भी नहीं देते हैं। लेकिन फिर भी निम्न रक्तचाप के लक्षणों में शामिल हो सकता है-

  • आँख की रौशनी अचानक धुंधली हो जाना
  • चक्कर आना
  • बेहोशी होना 
  • थकन महसूस होना 
  • कही पर ध्यान लगाने में परेशानी होना 
  • मतली या उलटी महसूस होना 

रक्तचाप में अचानक गिरावट जानलेवा भी हो सकती है। इनमे से कोई भी लक्षण अगर महसूस हो तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें। 

निम्न रक्तचाप का इलाज (treatment of low blood pressure in Hindi)

लो ब्लड प्रेशर का इलाज अलग अलग व्यक्तियों पर निर्भर करता है क्योकि डॉक्टर के द्वारा लो ब्लड प्रेशर का कारण या करक पहले ढूढ़ा जाता है उसके बाद इलाज का प्रोसेस को आगे बढ़ाया जाता है उदाहरण के तौर पर अगर लो ब्लड प्रेशर किसी दवाई को खाने की वजह से हो रहा है तो डॉक्टर उस दवाई को बदल देगा या बंद कर देगा।

कुछ मामलों में डॉक्टर आपके जीवनशैली में बदलाव लेन को कह सकता है या दवाओं का इस्तेमाल से लो ब्लड प्रेशर की समस्या से निपटने की कोशिश कर सकता है या दोनों दी प्रकारों का इस्तेमाल कर सकता है।

नोट-  “लो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल कैसे करे” सेक्सन में बताये नियमों का इस्तेमाल इलाज के तौर पर भी देखा जा सकता है।

निम्न रक्तचाप को कंट्रोल कैसे करें? (how to control low blood pressure in Hindi)

  • लाइफस्टाइल में परिवर्तन- अनियमित और अनियंत्रित लाइफस्टाइल के कारण भी लो ब्लड प्रेशर की समस्या हो जाती है और इसके बदलाव मात्र से लाभ मिलने लगता है।
  • हाइड्रेटेड रहें- शरीर में पानी की कमी के कारण लो ब्लड प्रेशर हो सकता है इसलिए दिन भर में कम से कम 5 लीटर पानी जरूर पियें।
  • तनाव न लें- तनाव न ले और तनाव को कम करने के लिए योग और मैडिटेशन करें जिससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहेगा।
  • खान पान की आदतों को सुधारें- फ़ास्ट फ़ूड, तेलीय खाना, कोल्ड्रिंक आदि के सेवन से बच्चे और हरी साग सब्जी, ड्राई फ्रूट, फल आदि खाएं।
  • स्मोकिंग और अल्कोहल का सेवन न करें- स्मोकिंग और अल्कोहल स्वस्थ संबंधी कई बिमारियों का जड़ होती है। इनका परहेज बहुत जरूरी है।
  • नियमित व्यायाम- रोजाना योग, मैडिटेशन, व्यायाम ब्लड प्रेशर को बनाये रखने में मदत करता है।

कुछ चिकित्सा उपचार भी लो ब्लड प्रेशर में लिया जाता है। डॉक्टर आपको कुछ ब्लड प्रेशर को बढ़ने के लिए दवाएं दे सकता है और तनाव को कम करने के लिए दवाएं दे सकता है।

जाने आपने ब्लड प्रेशर का हाल 

Low blood pressure in hindi
This photo is taken from activ8rlives

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