जैसा की आप जाने हैं की प्रोटीन हमारे सेहत और स्वस्थ के लिए बहुत जरूरी है इसलिए शरीर के प्रोटीन की पर्याप्त मांग को पूरा करने के लिए अक्सर एथलीट, बॉडी-बिल्डर प्रोटीन पाउडर का इस्तेमाल करते हैं।
लेकिन इन सबके बिच हमारे मन में इसको लेकर काफी सवाल आते हैं और मन में एक संदेह बना ही रहता है की प्रोटीन पाउडर के फायदे और नुकसान क्या हो सकते हैं।
आपकी इस दुविधा को दूर करने के लिए हम इस ब्लॉग पोस्ट में प्रोटीन पाउडर के फायदे के बारे में जानेंगे और यह पता लगाएंगे कि आपकी फिटनेस और स्वास्थ्य को बेहतर करने में यह किस प्रकार से मदद कर सकता है।
इसके अलावां हम प्रोटीन पाउडर के नुकसान के बारे में भी विस्तार से जानेगें और हम विभिन्न प्रकार के प्रोटीन पाउडर, उनके अलग-अलग लाभों और बेहतर इस्तेमाल से जुड़े सवालों के जवाब भी ढूढ़ने की कोशिश करेंगे, ताकि आपके मन में इसके इस्तेमाल को लेकर कोई सवाल खड़े ना हों और आप अपनी आवश्यकताओं के अनुसार सबसे उपयुक्त प्रोटीन पाउडर का चुनाव कर सकें।
जाने:- प्रोटीन के फायदे और नुकसान
प्रोटीन पाउडर क्या होता है?
प्रोटीन एक महत्वपूर्ण मैक्रोन्यूट्रिएंट है जो शरीर के विकास के लिए बहुत जरूरी होता है, और यह अनेक महत्वपूर्ण कार्यों को संचालित में मदद करता है, जैसे कि ऊतकों की वृद्धि, मरम्मत, और रखरखाव आदि। इसके अलावा, प्रोटीन अंगों की निर्माण, इम्यून सिस्टम को मजबूत करने जैसे कई अन्य कार्यों के लिए भी महत्वपूर्ण है।
इसलिए प्रोटीन हमारे शरीर की ग्रोथ के लिए बहुत जरूरी है, जिसकी पूर्ति हम अलग अलग खाद्यों पदार्थों को खाने से कर सकते हैं। लेकिन कुछ मामलों में प्रोटीन को लेकर शारीरिक मांग ज्यादा होती है जिसकी पूर्ति के लिए हमें प्रोटीन को सप्लीमेंट के रूप में लेने की जरूरत होती है।
प्रोटीन पाउडर एक प्रकार का खाद्य सप्लीमेंट होता है, जो दूध, सोया, या प्रोटीन के अन्य स्रोतों से बनाया जाता है, और यह शरीर के प्रोटीन की उच्च मांग को आसानी से पूरा करने में मदत कर सकता है।
प्रोटीन पाउडर के प्रकार
हालाँकि प्रोटीन पाउडर के प्रकारों का विभाजन इसे प्राप्त करने के माध्यम, बनावट, स्वाद आदि से किया जाता है। बाजार में कई तरह के प्रोटीन पाउडर मिलते हैं तो चलिए उनमे से कुछ सबसे प्रचलित प्रकारों के बारे में जानते हैं:-
- व्हेय प्रोटीन पाउडर:- दूध से बना यह सबसे लोकप्रिय प्रोटीन पाउडर है जो आसानी से पच जाता है।
- कैसिइन प्रोटीन पाउडर:- कैसिइन प्रोटीन एक धीमी गति से पचने वाला प्रोटीन है, इसका इस्तेमाल ज्यादातर रात को सोने से पहले किया जाता है।
- सोया प्रोटीन पाउडर:- यह सोयाबीन से बना होता है और इसका वह लोग ज्यादा इस्तेमाल करते हैं जिनको दूध से एलेर्जी होती है और जो लोग पूर्ण शाकाहारी होते हैं।
- कोलेजन प्रोटीन पाउडर:- यह प्रोटीन पाउडर का मांशाहारी विकल्प है। कोलेजन प्रोटीन त्वचा, हड्डियों और संयोजी उत्तकों में पाया जाता है, और इसका निर्माण चिकन, मछली जैसे स्रोतों से कोलेजन को हाइड्रोलाइज़ करके प्राप्त जाता है।
इसके अलावां भी प्रोटीन पाउडर कई अलग अलग स्रोतों से बनाया जाता है जैसे मटर, भांग, चावल, अंडे आदि, और इनसे बने प्रोटीन पाउडर को हम अलग-अलग श्रेणियों में रख सकते हैं।
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प्रोटीन पाउडर में पाए जाने वाले पोषक तत्व
प्रोटीन पाउडर में पाए जाने वाले पोषक तत्व इस बात पर निर्भर करतें हैं की वह किस कंपनी का है, किस प्रकार का है और उसमे डाले गए अन्य तत्वों कौन कौन से हैं। तो चलिए जानते हैं की प्रोटीन पाउडर में मौजूद मुख्य पोषक तत्वों के बारे में जो अधिकतर पाउडर में पाए जाते है:-
1. प्रोटीन:- जाहिर है प्रोटीन पाउडर को शरीर में प्रोटीन की जरूरत को पूरा करने के लिए ही बनाया गया है इसलिए इसमें प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होती है। और इसकी एक सर्विंग से 15 से 30 ग्राम प्रोटीन प्रदान हो सकता है।
2. अमीनो एसिड:- प्रोटीन पाउडर आमतौर पर अमीनो एसिड से भरपूर होता है, और अमीनो एसिड की उपलब्धता भी पाउडर के प्रकारों को निर्धारित करने में अहम् भूमिका निभाती है। मांसपेशियों की वृद्धि और रिकवरी के लिए अमीनो एसिड भी महत्वपूर्ण हैं।
3. विटामिन और खनिज:- प्रोटीन पाउडर में कई प्रकार के विटामिन और खनिज उपलब्ध कराये जाते हैं और यह भी पाउडर की क्वॉलिटी और प्रकार पर निर्भर करता है।
4. कार्बोहाइड्रेट:- कई प्रकार के प्रोटीन पाउडर में कार्बोहाइड्रेट भी पाया जाता है उदाहरण के लिए व्हेय प्रोटीन जिसमे लैक्टोज हो सकते हैं जो एक प्रकार का कार्बोहाइड्रेट है।
5. फैट:- प्रोटीन पाउडर में कुछ फैट की मात्रा भी हो सकती है खास कर दूध से बने प्रोटीन पाउडर में यह हो सकता है।
इसके अलावां प्रोटीन पाउडर के पोषक तत्व उसके ब्रांड पर निर्भर करता है इसलिए आप जिस प्रोटीन पाउडर का इस्तेमाल करने जा रहे हैं या कर रहे है, उसके पोषक तत्वों को जानने के लिए उसका लेबल जरूर पढ़ें और उसके बाद ही इस्तेमाल करें।
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प्रोटीन पाउडर के फायदे क्या हो सकते हैं?
प्रोटीन हमारे स्वास्थ्य को बनाए रखने और सुधारने में अहम् भूमिकाएँ निभाता है जैसे– ऊतकों का निर्माण और मरम्मत करना, एंजाइम और हार्मोन में सुधार लाना, प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर करना, ऊर्जा प्रदान करना में आदि, तो चलिए विस्तार से जानते हैं की प्रोटीन पाउडर के इस्तेमाल से हमें किस प्रकार ले फायदे मिलते हैं:-
1. मांसपेशियों का विकास में उपयोगी:- प्रोटीन एक आवश्यक मैक्रोन्यूट्रिएंट है जो मांसपेशियों के ऊतकों की वृद्धि, मरम्मत और रखरखाव के लिए बहुत जरूरी है।1 इसलिए जो लोग अपने मसल्स की ग्रोथ तेजी से करना चाहते हैं उनके लिए व्यायाम करने के बाद प्रोटीन पाउडर का इस्तेमाल करना फायदेमंद हो सकता है।2
2. वजन कम करने में उपयोगी:- प्रोटीन के सेवन करने से शारीरिक मेटाबोलिज्म बेहतर होता है, और प्रोटीन हमारे भूख को भी कम करता है। इसलिए प्रोटीन पाउडर के सेवन करने से मोटापा कम होता है।3
3. हड्डियों के स्वस्थ के लिए फायदेमंद:- प्रोटीन हमारी हड्डियों को सवस्थ और मजबूत रखने में मदत करता है इसलिए प्रोटीन पॉवडर के सेवन करने से हड्डिया मजबूत होती है।4
4. प्रतिरक्षा प्रणाली बेहतर होती है:- प्रोटीन हमारा इम्यून सिस्टम को मजबूत बनता है। क्योकि यह शरीर में एंटीबाडी का उत्पादन तेज करता है, जिस कारण से घाव तेजी से भरते हैं। यानि प्रोटीन पाउडर के इस्तेमाल से हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली बेहतर होती है।5
5. प्रोटीन पाउडर, सुविधाजनक और उपयोग में आसान:- उच्च प्रोटीन की जरूरत को पूरा करने के लिए प्रोटीन पाउडर बहुत ही सुविधाजनक हो सकता है, और इस्तेमाल करने में भी आसान है। खासकर उन लोगों के लिए जो खाद्य पदार्थों के माध्यम से पर्याप्त प्रोटीन मिलने में कठिनाई महसूस करते हैं।
इसके अतरिक्त प्रोटीन पाउडर के फायदे अन्य कई हो सकते हैं यह आपके शारीरिक परिस्थिति पर निर्भर करता है। यहाँ केवल महत्वपूर्ण फायदों का ही जिक्र किया गया है।
प्रोटीन पाउडर के नुकसान क्या हो सकते हैं?
संभवतः ज्यादातर लोगों के लिए यह सुरक्षित होता है, लेकिन प्रोटीन पाउडर के नुकसान भी हो सकते हैं हालाँकि अधिकतर मामलों में नुकसान आपकी लापरवाही पर निर्भर करता है। इसलिए सेहत सम्बन्धी दिक्क्तों से बचने के लिए इसके उपयोग पर बहुत अधिक ध्यान देने की जरूरत है। तो चलिए जानते हैं की प्रोटीन पाउडर से किस प्रकार के परेशानियां देखने को मिल सकता है।6
पाचन सम्बन्धी समस्याएं:- अधिक मात्रा में प्रोटीन के सेवन करने से पाचन समस्याएं जैसे गैस, कब्ज, अपच आदि हो सकता है।
एलेर्जी:- हो सकता है की आपको किसी प्रकार के प्रोटीन पाउडर से एलेर्जी हो जिस कारण से साँस लेने में दिक्कत, सीने में जलन, मुँह का सूज जाना, शरीर पर लाल चक्क्ते पड़ना आदि परेशानियों का सामना करना पड़े। ऐसी स्थिति में इसके सेवन को तुरंत बंद करें और किसी डॉक्टर को दिखाएँ।
किडनी स्टोन या किडनी फैलियर:- अधिक मात्रा में लम्बे समय तक प्रोटीन पाउडर के इस्तेमाल करने से किडनी से जुडी परेशानियां देखने को मिल सकती हैं। हालाँकि इस विषय पर अभी पर्याप्त शोध होना बाकि है लेकिन फिर भी इसकी मात्रा पर विशेष ध्यान दें, और उपयोग से पहले किसी एक्सपर्ट की सलाह पर ही लें।
इसके अतिरिक्त अन्य कई समस्यांएं देखने को मिल सकती है यहाँ अधिकतर मामलों में देखीं जाने वाली दिक्क्तों का ही जिक्र किया गया है। कुछ प्रोटीन पाउडर भारी धातुओं जैसे सीसा, कैडमियम और आर्सेनिक आदि हो सकते हैं। इन धातुओं के संपर्क में लंबे समय तक रहना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
इन सभी परेशानियों को देखते हुए, आपको प्रोटीन पाउडर का इस्तेमाल एक्सपर्ट की सलाह और अपनी शरीर की जरूरत के अनुसार ही करना चाहिए, और जरूरत से ज्यादा मात्रा में इसके सेवन से बचाना चाहिए।
प्रोटीन पाउडर का इस्तेमाल कब करना चाहिए?
प्रोटीन पाउडर कब लेना चाहिए यह व्यक्तिगत जरूरतों पर निर्भर करता है और उसके प्रकार पर भी बहुत हद तक निर्भर करता है।
हालाँकि कई लोगों के मन में यह सवाल रहता है की वर्कआउट के पहले या बाद में प्रोटीन लें। इस सवाल पर तरह के शोध हो चुके हैं लेकिन कुछ खास नतीजा देखने को नहीं मिले। पर कुछ लोगों का मानना है की वर्कआउट के बाद प्रोटीन लेना फायदेमंद है।
प्रोटीन पाउडर लेने के कुछ समान्य तरीके निम्नलिखित दिए गए हैं:-
- व्यायम करने के बाद:- व्यायाम के बाद प्रोटीन पाउडर लेने से मांसपेशियों की रिकवरी और वृद्धि में मदद मिल सकती है ऐसा इसलिए है क्योंकि कठिन व्यायाम करने से मांसपेशियों को नुकसान पहुँचता है, और प्रोटीन उन मांसपेशियों के ऊतकों की मरम्मत में मदद करता है।
- सोने से पहले:- नीद के दौरान हमारा शरीर रिकवरी करता है इसलिए सोने से पहले प्रोटीन का इस्तेमाल करने पर यह मासपेशियों की मरम्मत में मदत कर सकता है और रिकवरी प्रोसेस तेज करता है।
- भोजन के माध्यम से प्रोटीन को लेना भी फायदेमंद माना जाता है।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि प्रोटीन के लेने का समय उतना जरूरी नहीं है जितना जरूरी एक दिन में प्रोटीन की मात्रा पर ध्यान देना है।
यानि एक स्वस्थ व्यक्ति को अपनी जरूरत के हिसाब से ही प्रोटीन का इस्तेमाल करना चाहिए। एक वयस्क को प्रति दिन शरीर के वजन के प्रति किलोग्राम 0.8 ग्राम प्रोटीन का सेवन करना चाहिए, लेकिन एथलीटों और बॉडीबिल्डर को अधिक प्रोटीन की जरूरत हो सकती है।
प्रोटीन का अधिक इस्तेमाल बहुत नुकसानदायक हो सकता है इसलिए इसके डोज को किसी एक्सपर्ट के सलह से ही निर्धारित करें।
प्रोटीन पाउडर को खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखें?
अच्छी गुणवत्ता का प्रोटीन पाउडर लेना थोड़ा मुश्किल हो सकता है क्योकि मार्किट कई प्रकार के पाउडर से भरी पड़ी है, इसलिए इसका का चुनाव करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना महत्वपूर्ण हो सकता है:-
- ऐसे प्रोटीन पाउडर की तलाश करें जिसमे आर्टिफीसियल कलर और आर्टिफीसियल मिठास और अन्य फिलर्स का इस्तेमाल नहीं किया गया हो। इसके अलावां, उन उत्पादों की तलाश करें जिनकी गुणवत्ता और शुद्धता का परीक्षण किया जा चूका हो।
- आप अपनी जरूरत के अनुसार प्रोटीन पाउडर का चयन करें। जैसे- मार्किट में कई प्रकार के प्रोटीन पाउडर उपलब्ध हैं जैसे व्हेय प्रोटीन जो आसानी से पचता है इसलिए लोगों में यह कभी प्रचलित है। जबकि कैसिइन प्रोटीन धीमी गति से पचता है जो सोने से पहले उपयोग के लिए बेहतर हो सकता है।
- ऐसे प्रोटीन पाउडर की तलाश करें जिसमे वसा और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होने के साथ प्रोटीन अधिक मात्रा में हो।
- मार्किट में कई तरह के स्वाद और बनावट वाले प्रोटीन पाउडर उपलब्ध है इसलिए ऐसे पाउडर का चयन करें जिसको खाने से आपको अच्छा लगे।
- प्रोटीन पाउडर की कीमत में भी उतार चढ़ाव हो सकता है। जबकि एक उच्च-गुणवत्ता वाला पाउडर चुनना बहुत महत्वपूर्ण है, और एक ऐसा प्रोटीन पाउडर चुनना भी जरूरी है जो आपके बजट में फिट बैठता हो।
क्या प्रोटीन पाउडर का इस्तेमाल जरूरी है?
हर किसी के लिए प्रोटीन पाउडर का इस्तेमाल करना जरूरी नहीं है। और एक समान्य काम काज करने वाले व्यक्ति की प्रोटीन की जरूरत को संतुलित खान पान जिसमे पर्याप्त प्रोटीन हो जैसे- दूध, अंडा, मांस, सोयाबीन, नट्स आदि से पूरा किया जा सकता है।
लेकिन प्रोटीन लेने का प्रोटीन पाउडर एक आसान तरीका है, इसलिए अगर आपको लगता है की आपकी प्रोटीन की शारीरिक जरूरत समान्य खान पान से पूरा नहीं हो रही है तो आप किसी एक्सपर्ट से सलाह लेकर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
हालाँकि प्रोटीन पाउडर का इस्तेमाल बॉडीबिल्डर और एथलीट अपने मासपेशियों के विकास के लिए करते हैं, लेकिन इसका इस्तेमाल कभी भी स्वस्थ और संतुलित आहार के विकल्प के तौर पर नहीं किया जा सकता।
निष्कर्ष
जैसा की हम जानते हैं की प्रोटीन हमारे शारीरिक विकास के लिए बहुत जरूरी होता है। हालाँकि एक समान्य व्यक्ति के लिए प्रोटीन की शारीरिक जरूरत को संतुलित खान-पान से पूरा किया जा सकता है। लेकिन कुछ विशेष परिस्थितियों में जब शारीरिक प्रोटीन की जरूरत ज्यादा रहती है को पूरा करने के लिए प्रोटीन सप्लीमेंट की जरूरत पड़ती है।
मार्किट में अनेकों प्रोटीन पाउडर उपलब्ध हैं जो कई प्रकार के हो सकते हैं जैसे व्हे प्रोटीन, कैसीन प्रोटीन आदि, जिनमें कई प्रकार के अन्य पोषक तत्व भी पाए जा सकतें हैं यह उनके प्रकारों पर निर्भर करता है।
हालाँकि प्रोटीन पाउडर के फायदे कई हो सकते हैं जैसे मांसपेशियों का विकास में उपयोगी, वजन कम करने में उपयोगी आदि शामिल हैं। हालाँकि कुछ संभावित नुकसान भी हो सकते हैं जैसे एलर्जी, पाचन सम्बन्धी समस्याएं आदि। प्रोटीन पाउडर के नुकसान को देखते हुए यह बहुत जरूरी हो जाता है की एक अच्छा प्रोडक्ट का चुनाव किया जाये ताकि समग्र स्वास्थ का विकास किया जा सके।
संदर्भ
- Dietary protein recommendations and the prevention of sarcopenia ↩︎
- Ingestion of whey hydrolysate, casein, or soy protein isolate: effects on mixed muscle protein synthesis at rest and following resistance exercise in young men ↩︎
- The role of protein in weight loss and maintenance ↩︎
- Dietary protein is beneficial to bone health under conditions of adequate calcium intake: an update on clinical research ↩︎
- Dietary Whey Protein Supplementation Increases Immunoglobulin G Production by Affecting Helper T Cell Populations after Antigen Exposure ↩︎
- The hidden dangers of protein powders ↩︎