काला चावल का संक्षिप्त परिचय
एक अनुमान के अनुसार पूरे विश्व में 50 प्रतिशत आबादी का मुख्य भोजन चावल है, और अकेले भारत में प्रति वर्ष लगभग 70 लाख टन चावल की खपत होती है। हालांकि विश्व भर में चावल की अनेकों किस्में होती है लेकिन क्या आपने काले चावल के बारे में सुना है, या खाया है, और क्या आप काले चावल के फायदों के बारे में जानते हैं?
काला चावल क्या है?
काला चावल (Black Rice), चावल की ही एक किस्म है। लेकिन इसका काला रंग और पकने के बाद इसका गहरा बैगनी रंग का हो जाना इसको खास बनाता है। हालांकि काले चावल का काला रंग एंथोसायनिन (Anthocyanins) के कारण आता है, जो एक तरह का एंटीऑक्सीडेंट पिगमेंट (Antioxidant Pigment) होता है जो कई प्रकार के सब्जियों व फलों में भी पाया जाता है।
काले चावल (Black Rice) को अन्य कई नमो से पुकारा जाता है जैसे वर्जित चावल (forbidden rice) या सम्राट के चावल (emperor’s rice) आदि। भारत में यह कई अलग-अलग नमो से जाना जाता है, मणिपुर में इसे चक हाओ (chak-hao), तमिलनाडु में इसे कवुनी अरिसी (kavuni arisi) के नाम से जाना जाता है।
जानें – शाकाहारियों के लिए 10 प्रोटीन स्रोत।
काले चावल का संक्षिप्त इतिहास
Ncrb.org के अनुसार प्राचीन चीन में काले चावल को बहुत ही दुर्लभ और स्वास्थ्य वर्धक गुणों वाला माना जाता था, इसलिए इसे केवल राजा व महत्वपूर्ण लोगों के लिए आरक्षित रखा जाता था। इसी कारण से इसका नाम कही ना कहीं सम्राट के चावल के रूप में विकशित हुआ है।
काले चावल की बढ़ती लोकप्रियता
काले चावल में फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन और खनिजों सहित आवश्यक पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा पाई जाती है, इसलिए इसके इन गुणों और पोषण को देखते हुए इसकी लोकप्रियता दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। चावल का सफेद रंग के विपरित इसका अनोखा काला रंग भी इसकी और लोगों का आकर्षण का कारण है, जो लोगों में इसको खाने की उत्सुकता को बढ़ा रहा है।
तो चलाए इस ब्लॉग पोस्ट के जरिए काले चावल के फायदों को विस्तार से समझते हैं।
काला चावल पोषक तत्व और सेवन स्वस्थ के लिए कितना बेहतर
काला चावल असंख्य स्वास्थ्य लाभों को प्रदान करने वाला एक सुपर खाद्य की श्रेणी में आता है। और जो लोग अपनी जीवन शैली में पौष्टिक लेकिन स्वादिष्ट आहार को शामिल करना चाहते हैं उनके लिए यह एक शानदार विकल्प साबित हो सकता है।
एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर:- इसको काला रंग देने वाले एंथोसायनिन एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट होता है, इसके अलावा इसमें अन्य कई और एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं जो शरीर को मुक्त कणों (Free Radicals) से बचाने, सूजन को कम करने और हृदय रोग, कैंसर और अल्जाइमर जैसी पुरानी बीमारियों के जोखिम को कम करने में सहायता करता है। यह तनाव को कम करने में भी उपयोगी हो सकता है।
फाइबर का एक अच्छा स्रोत:- काले चावल में फाइबर की अच्छी खासी मात्रा पाई जाती है जो अच्छे पाचन में सहायता करता है। यह भूख को कम करने में मदत करता है, चयापचय को गति बेहतर करता है, जिस कारण से वजन घटाने व नियंत्रित करने में बहुत मदत मिलती है।
मैग्नीशियम और आयरन से भरपूर:- मैग्नीशियम और आयरन जैसे आवश्यक खनिजों से यह भरपूर होता है, जो रक्त परिसंचरण और समग्र शारीरिक क्रिया को नियंत्रित करता है।
लस मुक्त गुण:- काले चावल में लस मुक्त (Gluten free) गुण पाए जाते हैं। लस अनाज में पाए जाने वाला एक प्रोटीन होता है। इसलिए काला चावल उन व्यक्तियों के लिए फायदेमंद होता है जो लोग ग्लूटेन एलर्जी या सीलिएक रोग या अन्य पाचन समस्याओं से पीड़ित होते हैं। इसके अलावा इसका यह गुण वजन कम करने में, आंत के लिए फायदेमंद, इम्यून सिस्टम को मजबूत करने, वजन कम करने आदि जैसे समस्याओं में भी मदद करता है।
कैलोरी की मात्रा में कमी:- काले चावल में कैलोरी की मात्रा कम होती है, इसलिए जो लोग अपना वजन कम करने या नियंत्रण में रखने का प्रयास करते हैं, उनके लिए यह बहुत फायदेमंद होता है।
अमीनो एसिड की प्रचुर मात्रा:- काले चावल में 18 प्रकार के अमीनो एसिड पाए जाते हैं जो विभिन्न शारीरिक लाभों के लिए जिम्मेदार हैं जैसे शरीर के ऊर्जा स्तर को बनाए रखना, क्षतिग्रस्त कोशिकाओं की मरम्मत, मस्तिष्क कार्यों, थकान को दूर करना, कार्यप्रणाली और वजन कम करना आदि।
ग्लाइसेमिक इंडेक्स का कम होना:- सफेद चावल की तुलना में, काले चावल में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है जो बॉडी में शुगर लेवल को स्पाइक्स या क्रैश होने से रोकता है यानी यह शरीर में रक्त शर्करा के स्तर को वृद्धि होने से रोकता है, जो इसे मधुमेह से पीड़ित व्यक्तियों के लिए एक स्वस्थ विकल्प बनाता है।
जानें – प्रोटीन पाउडर के फायदे और नुकशान।
काले चावल के फायदे
दिल को स्वस्थ रखता है:- काला चावल हृदय के स्वस्थ के लिए बहुत लाभदायक है क्योंकि इसमें पोटेशियम जैसे खनिज होते हैं, जो रक्तचाप को नियंत्रित करने और स्वस्थ हृदय प्रणाली को बनाए रखने में मदद करते हैं। और इसमें मौजूद फाइबर एंटीऑक्सिडेंट, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने, सूजन को कम करने और हृदय रोग के जोखिम को कम करके, हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते हैं।
लिवर के स्वास्थ्य में सुधार करता है:- अक्सर गलत खान पान के कारण लिवर में बहुत अधिक वसा जमा हो जाती है, जिस वजह से हम फैटी लिवर की बीमारी के शिकार हो जाते हैं। काले चावल में मौजूद कम वसा, फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट लिवर की कोशिकाओं में वसा के जमाव को कम करके फैटी लीवर के जोखिम को कम करने में मदत करता है।
आंखों की रोशनी बढ़ाता है:- काले चावल में विटामिन ई और ल्यूटिन और ज़ेक्सैंथिन जैसे कैरोटीनॉयड की मौजूदगी आंखों के स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाती है। एंटीऑक्सिडेंट आंखों पर यूवी विकिरण के प्रभाव को कम करते हैं।
पाचन में सहायता करता है:- काला चावल (ब्लैक राइस) पाचन और डाइजेशन को सुधारने में मदद कर सकता है क्योंकि इसमें सामान्य डाइटरी आहार की तुलना में अधिक फाइबर मौजूद होता है, जो भोजन में मौजूद प्रोटीन को तोड़ने और इसे आसानी से पचने में कारगर होते है।
मोटापे से बचाता है:- काले चावल में कम कैलोरी और कम वसा पाई जाती है जो मोटापे से बचाने में मददगार साबित होते हैं। ब्लैक राइस में मौजूद प्रोटीन, फाइबर भूख को भी कंट्रोल करता है, जिससे खाने की क्रेविंग कम होती है और हमारा मोटापा कंट्रोल रहता है।
त्वचा के लिए फायदेमंद:- इसमें मौजूद अंतियोकसायनिन त्वचा के लिए लाभदायक होते हैं, जो त्वचा के लिए एक्सेलेंट एंटीऑक्सिडेंट होते हैं। और यह त्वचा की ऑक्सीडेटिव सेल क्षति को कम करने में मदद करते हैं। यह त्वचा को निखारता है, ज्वर्म और चर्मरोगों से लड़ने में मदद करता है।
शुगर लेवल को स्थिर रखता है:- क्योंकि काले चावल में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, इसलिए यह चीनी को बहुत धीरे धीरे अवशोषित करने में मदत करता है और खून में शुगर लेवल के अचानक बढ़ जाने के खतरे को भी कम करता है। यह इन्सुलिन के स्तर को नियंत्रित रखकर मधुमेह के रोगियों के लिए लाभदायक साबित हो सकता है।
बालों के स्वास्थ्य के लिए बेहतर:- इसमें मौजूद खनिज, मिनरल, विटामिन और पोषक तत्व हमारे बालों की जड़ों में पोषण देने का कार्य करते है जो बालों को मजबूत और काले रखने में लाभदायक होते हैं।
काला चावल खाने के साइड इफेक्ट
हालांकि काले चावल हमारे सेहद के लिए बहुत लभदायक है और आमतौर पर सुरक्षित होता है। इसका संतुलित सेवन करने से इसके सेहत पर नुकसान कम ही देखने को मिलता है। लेकिन काले चावल के कुछ दुष्प्रभाव होने की संभावना भी हो सकती है।
एलर्जी:- हो सकता है की कुछ लोगों को इससे एलर्जी हो, हालांकि ऐसा होने की संभावना अत्यंत दुर्लभ होती है। अगर इसके सेवन के बाद आप सूजन, खुजली, पित्ती, सांस लेने में कठिनाई, पेट का फूलना, दस्त व कब्ज आदि जैसे लक्षण महसूस करते हैं तो हो सकता है आपको ब्लैक राइस से एलर्जी हो इसलिए तुरंत चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए।
पाचन संबंधी समस्याएं:- हालांकि काले चावल में उच्च मात्रा में आहार फाइबर पाया जाता है जो पाचन क्रियाओं के लिए फायदेमंद होता है। लेकिन अधिक मात्रा में फाइबर का सेवन करने से और उचित जलयोजन के बिना फाइबर लेने से गैस, सूजन या दस्त जैसे पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इस स्थिति से बचाने के लिए उचित मात्रा में फाइबर का सेवन करें और प्रयाप्त मात्रा में पानी का उपयोग करें।
आर्सेनिक की मात्रा:- दूसरे चावल की तरह ही काले चावल में प्राकृतिक रूप से मौजूद थोड़े मात्रा में आर्सेनिक (Arsenic) हो सकता है, जो जल और मिट्टी में पाए जाने वाला एक जहरीला तत्व है। अधिक आर्सेनिक का सेवन करने से कई तरह सेहत संबंधी परेशानियां हो सकती हैं जैसे – हृदय संबंधी समस्याएं, डायबिटीज, श्वसन और गैस्ट्रो इंटेस्टाइनल रोगों और कैंसर।
हालांकि, काले चावल में आर्सेनिक की मात्रा स्वीकार्य सीमा के भीतर होती है। फिर भी आर्सेनिक के प्रभाव को कम करने के लिए, इसे धीमे धीमे धोकर पकाना और इसे अधिक पानी के साथ पकाना जैसे तरीकों की सलाह दी जाती है।
निष्कर्ष
चावल विश्व की प्रमुख खाद्य पदार्थों में से एक है। लेकिन काले चावल जो अपने आपमें पोषक तत्वों का खजाना है जिसमे विटामिन, मिनरल, खनिज पदार्थ, बहुतायत में पाया जाता है, हमारे सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। प्राचीन चीन में इसे केवल राजशाही लोगों के लिए आरक्षित रखा जाता था, इसलिए इसे सम्राट के चावल के नाम से जाना जाता है।
काले चावल हमारे सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है जैसे वजन को कम करना, मधुमेह के रोग में लाभदायक, पाचन संबंधी विकार में लाभदायक आदि। हालांकि काले चावल के साइड इफेक्ट ना के बराबर होते हैं, लेकिन कुछ नुकसान जैसे एलर्जी हो सकती है, इसलिए इसके इस्तेमाल में सावधानी भी बरतनी जरूरी हो जाता है।