दालचीनी चाय के फायदे और नुकसान: सेहत के लिए फायदेमंद क्यों है?

दालचीनी की चाय में सक्रिय यौगिक होते हैं जो विभिन्न औषधीय गुण प्रदान कर सकते हैं, जिससे हृदय स्वास्थ्य में सुधार, वजन प्रबंधन, सूजन में कमी, रक्त शर्करा के स्तर में कमी आदि जैसे लाभ हो सकते हैं।

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Brijesh Yadav

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दालचीनी (Cinnamon) एक झाड़ीदार और सदाबहार पेड़ है। अधिकतर मामलों में इसकी छाल को सूखा कर मसाले के तौर पर उपयोग किया जाता है। लेकिन दालचीनी की चाय एक लोकप्रिय पेय पदार्थ के रूप में समने आया है क्योकि इसके कई स्वास्थ्य लाभ देखने को मिल सकते हैं।

इसके अलावां, दालचीनी या इसके पाउडर को पानी में थोड़ी देर उबलने के बाद और फिर इसे छान कर उपयोग किया जा सकता है, यानी दालचीनी की चाय (Cinnamon Tea) को आसानी से बना पाना, और इसका एक अनूठा स्वाद भी इसकी लोकप्रियता का एक प्रमुख कारण हो सकता है।

हालाँकि, दालचीनी की चाय के अनेक फायदे देखें जा सकते हैं, उनमें से कुछ प्रमुख फायदों जिनको विभिन्न वैज्ञानिक शोधों द्वारा समर्थन दिया गया है के बारे में हमने बताया है। और साथ ही हमने दालचीनी की चाय के नुकसान और सम्बन्धित सवधानियों के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया है।

1. एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर

दालचीनी में कई सक्रिय योगिक पाए जाते है जो एंटीऑक्सीडेंट गतिविधी प्रदर्शित करते हैं। इसलिए जब हम दालचीनी को पानी में उबलते हैं तो यह योगिक पानी में मिल जाते हैं और हमें एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर दालचीनी का पानी प्राप्त होता है।

एंटीऑक्सीडेंट मुक्त कणों के प्रभाव को कम करते हैं। मुक्त कण शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव और कोशिका क्षति का कारण बनते हैं, जिससे कैंसर, हृदय रोग और मधुमेह जैसी गंभीर बीमारियों के होने का खतरा बढ़ जाता है।

क्योकि दालचीनी की चाय शरीर की कुल एंटीऑक्सीडेंट क्षमता को बढ़ा सकती है इसलिए इन रोगों के जोखिमों को कम किया जा सकता है।

2. सूजन रोधी प्रभाव

दालचीनी सूजन को कम करने और दर्द को शांत करने में मदद कर सकती है। दालचीनी में पॉलीफेनॉल्स योगिक पाए जाते हैं जो सूजन के खिलाफ लड़ने में प्रभावी हो सकते हैं।1

एक अध्ययन में पाया गया की  जिन चूहों को सूजन पैदा करने वाले एजेंट के संपर्क में आने से पहले दालचीनी जल दिया गया था, उनके रक्तप्रवाह में सूजन पैदा करने वाले रसायनों का स्तर अनुपचारित चूहों की तुलना में कम था।2

3. वजन कम करने में मदद कर सकता है

दालचीनी का पानी और चाय वजन कम करने के लिए लंबे समय से इस्तेमाल किए जा रहे हैं। कुछ शोधों से पता चलता है कि दालचीनी वजन प्रबंधन में मदद कर सकती है क्योंकि यह मेटाबॉलिज्म को बढ़ाकर कैलोरी तेजी से बर्न करने में मदद करती है।

दालचीनी आपके ब्लड शुगर लेवल को स्थिर रखने में भी मदद कर सकती है, जिससे भूख कम लगती है और खाने की लालसा कम होती है। इसमें मौजूद फाइबर आपको लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है, जिससे आप कुल मिलाकर कम खाना खाते हैं।34

4. मधुमेह के लक्षणों में सुधार कर सकता है

दालचीनी पानी का सेवन मधुमेह से जुड़े लक्षणों को नियंत्रित करने में लाभदायक हो सकता है।

मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति में इंसुलिन हार्मोन का संतुलन बिगड़ जाता है जिससे ग्लूकोस (शर्करा) का अवशोषण सही से नहीं हो पता है और रक्त में शर्करा की मात्रा बढ़ने लगती है यानी ब्लड शुगर स्तर बढ़ जाता है।

दालचीनी के पानी आंतों के ग्लाइकोसिडेस गतिविधि को कम करके ग्लूकोज के अवशोषण को धीमा कर सकती है जिससे अचानक रक्त में ग्लूकोस स्तर नहीं बढ़ता है।5

इसके अलावां यह इंसुलिन रिसेप्टर-β प्रोटीन को बढ़ाकर इंसुलिन क्रिया को बढ़ा सकती है, जो इंसुलिन सिग्नलिंग मार्गों को बेहतर बनाता है। जिससे रक्त में ग्लूकोस स्तर नियंत्रित रहता है।6

कुछ अध्ययन बताते हैं कि दालचीनी मधुमेह के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती है। लेकिन मधुमेह में इसका असर हर किसी पर एक जैसा नहीं होता। इसलिए सटीक परिणामों के लिए विस्तृत शोध की आवश्यकता है।

5. हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद

दालचीनी में विभिन्न सक्रिय यौगिक होते हैं जिनमें से सिनामेल्डिहाइड और सिनामिक एसिड दो मुख्य यौगिक हैं। यह योगिक एंटीऑक्सीडेंट और सूजन-रोधी गुण के साथ कई औषधीय गुण प्रदर्शित कर सकते है।7

इसलिए दालचीनी की चाय हृदय स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले विभिन्न कारकों के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकते हैं जिससे हृदय जोखिम को कम किया जा सकता है।

  • एंटीऑक्सीडेंट गतिविधी के कारण यह ऑक्सीडेटिव तनाव और कोशिका क्षती को कम करने में मदत कर सकते है।
  • सूजन-रोधी गुण के कारण रक्त वाहिकाओं में आई सूजन और संकुचन को कम करने में मदत कर सकते हैं।  
  • उच्च रक्त चाप को नियंत्रित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है।  8
  • खराब कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल) और ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने में मदद करते हैं, साथ ही अच्छे कोलेस्ट्रॉल (एचडीएल) को बढ़ाते हैं।9

6. कैंसर विरोधी गुण

दालचीनी में कैंसर रोधी गुण हो सकते हैं जो कैंसर कोशिकाओं को होने से रोकने में मदत कर सकते हैं।

अध्ययनों से पता चलता है कि दालचीनी में विभिन्न पॉलीफेनॉल पाए जाते हैं जो ऑक्सीडेटिव तनाव के कारण कोशिका क्षती को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं जिससे कैंसर कोशिकाओं के पनपने का खतरा कम हो सकता है।10

हालाँकि कैंसर के इलाज में दालचीनी चाय के प्रभावों की सटीक जानकारी के लिए विस्तृत शोध की आवश्यकता है।

दालचीनी की चाय के नुकसान और सावधानियां

हालाँकि दालचीनी की चाय पीना आम तौर पर सुरक्षित माना जाता है, लेकिन कुछ कुछ जोखिमों को ध्यान में रखना महत्वपूर्ण है।

1. लिवर को नुकसान:  कैसिया दालचीनी सस्ती और अधिक मात्रा में उपलब्ध होने के कारण इसका उपयोग बहुतायत में किया जाता है। हालाँकि दालचीनी की इस प्रजाति में अधिक क्यूमरिन पाया जाता है। क्यूमरिन की अधिक मात्रा में सेवन करने से लीवर को नुकसान पहुंच सकता है।

2. एलर्जी: दालचीनी के अधिक मात्रा में सेवन करने से एलर्जी सम्बन्धी समस्याएं देखने को मिल सकती हैं। जिसमें साँस लेने से तकलीफ, मुँह में छाले देखने को मिल सकता है।

3. निम्न रक्त शर्करा: हालाँकि दालचीनी खाने से रक्त शर्करा को कम करने में मदद मिल सकती है,  लेकिन अधिक मात्रा में इसके सेवन से तेजी से अधिक मात्रा में रक्त शर्करा निचे आ सकता है।  

4. दवाओं के साथ पारस्परिक क्रिया: दालचीनी चाय का सेवन कुछ दवाओं के साथ परस्पर प्रतिक्रिया कर सकता है, विशेष रूप से लीवर की स्थिति या मधुमेह के इलाज में उपयोग की जाने वाली दवाओं के साथ।

निष्कर्ष

अपने स्वास्थ्यवर्धक गुणों के कारण दालचीनी की चाय एक लोकप्रिय पेय पदार्थ के तौर पर उपयोग किया जाता है। इसके कई स्वास्थ्य लाभ देखने को मिल सकते हैं जैसे यह एंटीऑक्सीडैंट और सूजनरोधी गुणों से भरपूर होता है जो वजन कम करने, सूजन को कम करने, हृदय स्वास्थ्य, मधुमेह और कैंसर जैसी घातक बिमारियों में लाभदायक हो सकता है।

हालाँकि दालचीनी चाय के कई फायदे देखे जा सकते हैं मगर कुछ मामलों में इसके कुछ साइड इफ़ेक्ट भी हो सकते हैं और दवाओं के साथ परस्पर प्रतिकिरिया भी हो सकती है। इसलिए किसी अन्य दवा के साथ इसे अपने आहार श्रखला में शामिल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।

संदर्भ

  1. Yahfoufi, Nour et al. “The Immunomodulatory and Anti-Inflammatory Role of Polyphenols.” Nutrients vol. 10,11 1618. 2 Nov. 2018, doi:10.3390/nu10111618 ↩︎
  2. Hong, Joung-Woo et al. “Anti-inflammatory activity of cinnamon water extract in vivo and in vitro LPS-induced models.” BMC complementary and alternative medicine vol. 12 237. 28 Nov. 2012, doi:10.1186/1472-6882-12-237 ↩︎
  3. Mousavi, Seyed Mohammad et al. “Cinnamon supplementation positively affects obesity: A systematic review and dose-response meta-analysis of randomized controlled trials.” Clinical nutrition (Edinburgh, Scotland) vol. 39,1 (2020): 123-133. doi:10.1016/j.clnu.2019.02.017 ↩︎
  4. Yazdanpanah, Zeinab et al. “Effects of cinnamon supplementation on body weight and composition in adults: A systematic review and meta-analysis of controlled clinical trials.Phytotherapy research : PTR vol. 34,3 (2020): 448-463. doi:10.1002/ptr.6539 ↩︎
  5. Anderson, Richard A. “Chromium and polyphenols from cinnamon improve insulin sensitivity.The Proceedings of the Nutrition Society vol. 67,1 (2008): 48-53. doi:10.1017/S0029665108006010 ↩︎
  6. Bernardo, Maria Alexandra et al. “Effect of Cinnamon Tea on Postprandial Glucose Concentration.Journal of diabetes research vol. 2015 (2015): 913651. doi:10.1155/2015/913651 ↩︎
  7. Das, Gitishree, et al. “Cardiovascular protective effect of cinnamon and its major bioactive constituents: An update.” Journal of Functional Foods 97 (2022): 105045. ↩︎
  8. Shirzad, Fatemeh et al. “Cinnamon effects on blood pressure and metabolic profile: A double-blind, randomized, placebo-controlled trial in patients with stage 1 hypertension.Avicenna journal of phytomedicine vol. 11,1 (2021): 91-100. ↩︎
  9. Maierean, Serban M et al. “The effects of cinnamon supplementation on blood lipid concentrations: A systematic review and meta-analysis.” Journal of clinical lipidology vol. 11,6 (2017): 1393-1406. doi:10.1016/j.jacl.2017.08.004 ↩︎
  10. Rao, Pasupuleti Visweswara, and Siew Hua Gan. “Cinnamon: a multifaceted medicinal plant.” Evidence-based complementary and alternative medicine : eCAM vol. 2014 (2014): 642942. doi:10.1155/2014/642942 ↩︎

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