नोनी का संछिप्त परिचय
नोनी का पौधा अपने औषधीय गुणों के कारण दुनिया भर में लोकप्रिय है। इसके सभी भागों (फल, पत्तियां, छाल और जड़) में सक्रिय यौगिक पाए जाते हैं लेकिन समान्य रूप से नोनी फल के रस का उपयोग बेहतर स्वास्थ्य के लिए किया जाता है।
नोनी का वैज्ञानिक नाम मोरिंडा सिट्रिफ़ोलिया है जो की पौधों की रुबियाका परिवार से सम्बन्ध रखता है। हालाँकि विभिन्न स्थानों पर यह कई अन्य नामों से जाना जा सकता है लेकिन इसके प्रमुख नामों में इसे नोनी (Noni) और भारतीय शहतूत (Indian mulberry) शामिल है।
नोनी का पेड़ एक छोटा (3-10 मीटर ऊँचा) सदाबहार पेड़ है जो अमूमन उष्णकटिबंधीय जलवायु क्षेत्रों में पाया जाता है। नोनी का फल अंडाकार कुछ हद तक विशाल सहतूत के समान प्रतीत होते है और आकार में 10-18 सेंटीमीटर तक हो सकते हैं। इसके फल का स्वाद कड़वा और कसैला होता है।
नोनी जूस के फायदे
नोनी के फल और जूस में कड़वाहट, कसैलापन और तेज़ गंध के बावजूद इसका औषधीय उपयोग प्राचीन समय से होता आया है। इस लोकप्रियता का प्रमुख कारण इसमें पाए जाने वाले लगभग 200 स्वास्थ्यवर्धक बायोएक्टिव योगिक हैं जो विभिन्न स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सकते हैं।
पोषक तत्वों से समृद्ध
नोनी फल में लगभग 90% जल पाया जाता है। इसके अतिरिक्त इसमें विटामिन सी, विटामिन बी3, विटामिन ए जैसे प्रमुख विटामिन पाए जाते हैं, साथ ही इसमें खनिज जैसे कैल्शियम, सल्फर, पोटेशियम, मैग्नीशियम, सोडियम, फॉस्फोरस और सेलेनियम भी पाए जाते हैं।
नोनी आहार फाइबर, अमीनो एसिड और प्रोटीन का समृद्ध स्रोत है, और साथ ही इसमें महत्वपूर्ण फाइटोकेमिकल्स जैसे फेनोलिक्स, फ्लेवोनोइड्स, और इरिडोइड्स पाए जाते हैं।1 इसमें पाए जाने वाले यह पोषक तत्व इसे औषधीय गुण प्रदान करते हैं जो कई स्वास्थ्य लाभ पंहुचा सकता है।
नोनी द्वारा धूम्रपान के नुकसान को कम करने की संभावना
धूम्रपान कई स्वास्थ्य जोखिमों को उजागर कर सकता है। सिगरेट का धुआं ऑक्सीडेटिव तनाव की स्थिति उत्पन्न कर सकता है जिससे डीएनए क्षति और कैंसर के जोखिम बढ़ जाता है।
नोनी जूस में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण अधिक धूम्रपान से उत्पन्न ऑक्सीडेटिव तनाव को कम कर सकता है। धूम्रपान करने वालों में डीएनए की ऑक्सीडेटिव क्षति को कम कर सकता है।23
रोजाना 1 से 4 औंस नोनी जूस (टीएनजे) पीने से भारी सिगरेट पीने वालों में कैंसर का खतरा भी कम हो सकता है।4
हालाँकि, इसका मतलब यह नहीं है कि लगातार धूम्रपान के साथ-साथ नोनी जूस पीने से धूम्रपान से होने वाले स्वास्थ्य जोखिमों को पूरी तरह से समाप्त किया जा सकता है।
पाचन को बेहतर करता है
नोनी जूस फाइबर से भरपूर होता है, जो पाचन स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए आवश्यक है। फाइबर कब्ज को रोकता है, भूख को नियंत्रित करता है और उपयोगी गट्टेरबैक्टीरिया के विकास में मदत करता है।
साथ ही नोनी जूस में महत्वपूर्ण एंजाइम पाए जाते हैं जो मेटाबॉलिज़म को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं। मेटाबॉलिज़म भोजन को तोड़ने, कोशिकाओं को पोषक तत्वों की आपूर्ति करने, अपशिष्ट उत्पादों को हटाने, ज़्यादा कैलोरी बर्न करने, और ऊर्जा भंडारण सहित कई महत्वपूर्ण कार्यों के लिए जिम्मेदार है।
इसलिए नोनी जूस के सेवन से मोटापा और इससे सम्बन्धित समस्याओं से भी निपटने में सहायता मिल सकती है।5
मधुमेह में फायदेमंद
संभवतः नोनी जूस का रस मधुमेह रोगियों के लिए यह फायदेमंद हो सकता है।
कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि नोनी फल सक्रिय यौगिकों से भरपूर होता है, जिनमें लिग्नांस, उर्सोलिक एसिड और एंथ्राक्विनोन शामिल हैं। ये यौगिक एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव प्रदर्शित करते हैं और मधुमेह नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है। इसलिए नोनी फल के रस में मधुमेह विरोधी प्रभाव देखे जा सकते हैं।
नोनी जूस इंसुलिन के प्रतिरोध को कम करने और शरीर द्वारा इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ाने में मदद कर सकता है, जिससे रक्त में ग्लूकोज (शर्करा) का चपचय बेहतर होता है, और मधुमेह के नियंत्रित रखने में मदत मिल सकती है।6नोनी जूस इंसुलिन के प्रतिरोध को कम करने और शरीर द्वारा इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ाने में मदद कर सकता है, जिससे रक्त में ग्लूकोज (शर्करा) का चपचय बेहतर होता है, और मधुमेह के नियंत्रित रखने में मदत मिल सकती है।
लिवर के लिए फायदेमंद
नोनी जूस हानिकारक रसायनों से होने वाले यकृत (लिवर) की क्षति से प्रभावी रूप से रक्षा करता है। क्योकि नोनी में कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो मुक्त कणों के प्रभाव को कम कर सकते हैं। इसलिए यह सूजन को कम कर सकता है और नुकसानदायक यकृत एंजाइमों की वृद्धि को रोकने का काम कर सकता है, जिससे यकृत कोशिकाओं को होने वाले नुकसान से बचाया जा सकता है।7
नोनी जूस का उपयोग नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) से जूझ रहे रोगियों के लिए भी उपयोगी हो सकता है। नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज एक ऐसी स्थिति है जिसमें लिवर में वसा का जमाव होता है, और यह अन्य गंभीर बिमारियों का कारण बन सकता है।
संभवतः अध्ययनों से प्राप्त नतीजे यह संकेत देते हैं की नोनी जूस का उपयोग लिवर को होने वाले नुकसान को कम करने के लिए किया जा सकता है। लेकिन सटीक परिणामों के लिए विस्तृत शोध की आवस्यकता है।
कैंसर विरोधी गतिविधि
नोनी के कैंसर विरोधी गतिविधि पर हुए विभिन्न अध्ययनों से प्राप्त आंकड़ों के विश्लेषण के आधार पर, नोनी को कैंसर के उपचार में एक मूल्यवान औषधीय पौधा माना जा सकता है। इसकी कैंसर विरोधी गतिविधियाँ स्पष्ट रूप से स्तन और फेफड़ों के कैंसर मॉडल में दिखाई देती है।8
नोनी फल में पाए जाने वाले फाइटोकेमिकल यौगिक कैंसर विरोधी गतिविधि पर्दर्शित करने के लिए जाने जाते हैं। लेकिन नोनी पर हुए एक अध्ययन, इसमें मौजूद मोरिंडोन यौगिक की और ध्यान केंद्रित करता है। मोरिंडोन कैंसर कोशिकाओं के बढ़ने से रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।9
निष्कर्ष
नोनी (मोरिंडा सिट्रिफ़ोलिया) औषधीय गुणों से भरपूर एक पौधा है जिसके अनेक स्वास्थ्य लाभ देखने को मिल सकता है। नोनी फल का जूस में कड़वाहट, कसैलापन और तेज़ गंध होने के बावजूद इसकी लोकप्रियता में कोई कमी नहीं देखी जा सकती है क्योकि इसके फल में 200 से अधिक बायोएक्टिव योगिक पाए जाते हैं।
नोनी जूस के कई फायदे देखे जा सकते है जैसे यह एंटीऑक्सीडेट से भरपूर होता है, तंबाकू के धुएं से सेलुलर क्षति को कम कर सकता है, पाचन को बेहतर करता है, मधुमेह में फायदेमंद है, लिवर सम्बन्धी जोखिमों को कम कर सकता है, और नोनी जूस में कैंसर विरोधी गतिविधि पाई जाती है।
संदर्भ
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- Wang, Mian-Ying et al. “Noni juice reduces lipid peroxidation-derived DNA adducts in heavy smokers.” Food science & nutrition vol. 1,2 (2013): 141-9. doi:10.1002/fsn3.21 ↩︎
- Wang, Mian-Ying et al. “Antioxidant activity of noni juice in heavy smokers.” Chemistry Central journal vol. 3 13. 6 Oct. 2009, doi:10.1186/1752-153X-3-13 ↩︎
- Wang, Mian-Ying et al. “Morinda citrifolia (noni) reduces cancer risk in current smokers by decreasing aromatic DNA adducts.” Nutrition and cancer vol. 61,5 (2009): 634-9. doi:10.1080/01635580902825605 ↩︎
- Inada, Aline Carla et al. “Morinda citrifolia Linn. (Noni) and Its Potential in Obesity-Related Metabolic Dysfunction.” Nutrients vol. 9,6 540. 25 May. 2017, doi:10.3390/nu9060540 ↩︎
- Nerurkar, Pratibha V et al. “Anti-Diabetic Potential of Noni: The Yin and the Yang.” Molecules (Basel, Switzerland) vol. 20,10 17684-719. 25 Sep. 2015, doi:10.3390/molecules201017684 ↩︎
- Wang, Mian-Ying et al. “Liver protective effects of Morinda citrifolia (Noni).” Plant foods for human nutrition (Dordrecht, Netherlands) vol. 63,2 (2008): 59-63. doi:10.1007/s11130-008-0070-3 ↩︎
- Chanthira Kumar, Hemahwathy et al. “Efficacy and Safety of Morinda citrifolia L. (Noni) as a Potential Anticancer Agent.” Integrative cancer therapies vol. 21 (2022): 15347354221132848. doi:10.1177/15347354221132848 ↩︎
- Chee, Cheok Wui et al. “Morindone from Morinda citrifolia as a potential antiproliferative agent against colorectal cancer cell lines.” PloS one vol. 17,7 e0270970. 12 Jul. 2022, doi:10.1371/journal.pone.0270970 ↩︎