Dimag tej kaise kare | दिमाग तेज करने के 8 तरीके

दिमाग की कमजोरी कहीं हमारी गलत जीवनशैली का नतीजा तो नहीं है। अपने दिमाग को कैसे तेज कर सकतें हैं? - चलिए कुछ 8 तरीकों के बारे में जानते हैं जो हमारे मस्तिष्क के शक्ति को बढ़ा सकतें हैं।

Author:

Brijesh Yadav

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Dimag tej kaise kare – उम्र बढ़ने के साथ अक्सर हमारा दिमाग कमजोर होने लगता है और हम चीजों को आसानी से भूलने लगते हैं, यह बहुत ही आम बात है।

लेकिन समय से पहले ही दिमाग में कमजोरी महसूस करना, चीजों को आसानी से भूलना, कुछ याद करने में दिक्कत होना आदि जैसी चीजें समान्य नहीं होती हैं। और यह चीजें हमारी रोज मर्रा की जिंदगी को बहुत हद तक प्रभावित भी करती है। 

हमारा दिमाग कमजोर क्यों होता है, यह काम कैसे करता है, और इसका इलाज क्या है, यह समझना बहुत जरूरी है तो चलिए इस ब्लॉग पोस्ट में अच्छे से समझते हैं (dimag tej kaise kare)

दिमाग काम कैसे करता है?

एक अननास के फल के बराबर का हमारा दिमाग हमरे शरीर का पावर हाउस होता है इसलिए शरीर में होने वाली कोई भी हरकत दिमाग में जाकर ही जुडी होती है यानि शरीर का सर्किट हमरे दिमाग से जुड़ा होता है।

हमारे दिमाग में छोटे छोटे बहुत सरे न्यूरॉन्स नाम की कोशिकाएं होती हैं जिसकी संख्या 86 अरब से भी ज्यादा होती है न्यूरॉन्स एक दूसरे के जुड़ कर सर्किट का निर्माण करते हैं। और इन कनेक्शनों की संख्या 1 हजार अरब होता है।

नुरोट्रांसमीटर की मदत से एक न्यूरॉन दूसरे न्यूरॉन में इलेक्ट्रिक सिग्नल भेजता हैं। जिस वजह से हम अपनी शारीरिक गतिविधि कर पते हैं जैसे सूचना, बोलना, सुनना, साँस लेना, चल फिर पाना, दिल की धड़कन आदि।

इस प्रोसेस में हमारा दिमाग हमारे शरीर का 2 प्रतिसत हिस्सा होने के बावजूद यह हमरे शरीर का 20 प्रतिसत ऊर्जा खर्च करता है।

दिमाग तेज कैसे करें? dimag tej kaise kare

हमारा दिमाग बहुत ही जटिल संरचना का बना होता है और शरीर का हेड ऑफिस होता है, इसमें किसी भी प्रकार की परेशानी शरीर में असंतुलन ला सकती है। इसलिए इसका देखभाल करना बहुत जरूरी हो जाता है।

दिमाग में आने वाली कमजोरी हमारी गलत लाइफस्टाइल की ही देन होती है। तो चलिए जानते हैं की दिमाग तेज कैसे करें (dimag tej kaise kare)

1. अपने दिमाग को चुनौती दें

अपने दिमाग को चुनौती देने से यह मतलब है की आप कुछ ऐसा करने की कोशिश करें जिस वजह से आपके दिमाग पर थोड़ा जोर पड़े और आपका दिमाग फोकस करने पर मजबूर हो जाये। जैसे:-

  • सामने देखते हुए पीछे की ओर चलने की कोशिश करें जिससे आप अपने आपको फोकस महसूस करंगे।
  • उलटे हाथ से लिखने की कोशिश करें या उलटे हाथ से काम करने की कोशिश करें।
  • कोई पहेली सॉल्व करने की कोशिश करें।

2. तनाव से मस्तिष्क पर बुरा प्रभाव पड़ता है

तनाव के कारण मस्तिष्क के सेल, न्यूरॉन्स और न्यूरोट्रांस्मीटर के सिग्नल पर बहुत बुरा असर पहुँचता है, जिस वजह से यादास्त में कमजोरी आती है।

हालाँकि तनाव लेने से निम्न रक्तचाप होने का खतरा भी होता है जिस वजह से मस्तिष्क में निम्न ऑक्सीजन होने का खतरा भी बढ़ जाता है जिससे दिमाग पर बहुत निगेटिव असर पहुँचता है।

इसलिए तनाव लेने से बचाना चाहिए। तनाव को कम करने के लिए मैडिटेशन का सहारा ले सकते हैं।

3. अच्छी नीद लेना मस्तिष्क के लिए फायदेमंद होता है

गहरी नींद के समय हमारा शरीर अपने आपको रिकवर करता है इस दौरान शारीरिक मेटाबोलिस्म उच्य होता है इसलिए शुबह जब हम उठते हैं तो तारो तजा महसूस करते हैं।

गहरी नींद में मस्तिष्क भी अपने आपमें सुधार करता है और आराम अवस्था में होता है, हलांकि हमरा दिमाग 24 घंटे काम करता है इसलिए सोते समय हमें सपने आते हैं।

एक सवस्थ व्यक्ति को 7 से 8 घंटे की नींद अवश्य लेना चाहिए।

गहरी नीद लिए, सोने से पहले मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, और अपने लाइफस्टाइल में सुधर लाना चाहिए।

4. स्वस्थ और संतुलित भोजन करना

आपको पता ही होगा शरीर में प्रोटीन विटामिन और अन्य पोषक तत्वों की कमी से शरीर में कई तरह की कमजोरी हो सकती है और ब्रेन पर भी इसका बुरा असर पड़ता है।

संतुलित भोजन करने से मस्तिष्क को जरूरत के अनुसार पोषक तत्व मिलते हैं जिससे सेल डेमेज होने का खतरा कम होता है, मस्तिष्क के न्यूरॉन्स में कनेक्टिविटी भी बेहतर होती है।

फल, हरी साग सव्जियां, ड्राई फ्रूट, ओमेगा 3 आदि लेना मस्तिष्क के लिए बहुत फायदेमंद होता है।

जाने – दिमाग को तेज करने के लिए डाइट (Mind Diet)

5. बेहतर मस्तिष्क के लिए नशीले पदार्थों को कम करना चाहिए

नशीले पदार्थ सीधे ही हमारे मस्तिष्क पर असर डालते हैं जिसका असर सॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म हो सकते हैं। शराब या अन्य अल्कोहलिक चीजें मस्तिष्क के सवस्थ सेल को और न्यूरॉन्स पर नेगेटिव असर डालती है।

लम्बे समय तक शररब आदि चीजों के सेवन से यादास्त कमजोर होती है क्योकि मस्तिष्क के उत्तक सिकुड़ने लगते हैं।

ऐसे पदार्थ दिमाग से जबरजस्ती हार्मोन को निकलवाते हैं जिससे हमें खुसी महशुश होती है, लेकिन लम्बे समय तक ऐसा करने से दिमाग अपनी छमता खो देता है और हार्मोन को निकलने के लिए नशीले पदार्थो पर आश्रित हो जाता है।

6. बेहतर दिमाग के लिए व्यायाम और मैडिटेशन करना चाहिए

मैडिटेशन करने के दिमाग सांत होता है और फोकस पावर बढ़ती है।

कुछ अध्ययन में पाया गया है की ध्यान लगाने से क्रिएटिविटी बढ़ती है और प्रॉब्लम को सॉल्व करने की छमता में भी विकाश होता है। और यादास्त भी बेहतर होता है।

रोजाना कम से कम 10 से 15 मिनट तक ध्यान लगाने की प्रेक्टिस करना चाहिए।

7. अपनी मनोदशा पर ध्यान दें

मस्तिष्क को बेहतर बनाने के लिए यह बहुत जरूरी है की इसे सांत रखा जाये और तनाव आदि चीजों से इसे बचाया जाये इसके लिए हम कई प्रकार के कार्य कर सकते हैं जैसे:-

  • मस्तिष्क को सांत करने के लिए संगीत सुनना एक बेहतर तरीका हो सकता है।
  • अपने दोस्तों या अपने किसी करीबी के साथ समय बीतना मस्तिष्क के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है।
  • बहार घूमना और खुली हवा में साँस लेना एक बेहतर तरीका हो सकता है दिमाग को फ्रेस करने के लिए।
  • काम से थोड़े समय के लिए ब्रेक लेना या सिर्फ 5 मिनट की झपकी कई लोगों के लिए बहुत असरदार होती है।

8. अपनी सेहत पर धयान दें

यह कहावत तो आपने सुनी ही होगी की स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क रहता है। शरीर में किसी भी प्रकार की परेशानी का कनेक्शन हमारे मस्तिष्क से भी जुड़ा होता है।

कई प्रकार की बीमारियां जैसे हाई ब्लड प्रेशर मस्तिष्क की नशों को छति पंहुचा सकती हैं और यह कई प्रकार की दिमकी बीमारी को जन्म का कारण बनता है

इसलिए स्वस्थ मस्तिष्क के लिए अपने शरीर को छोटी बड़ी किसी भी प्रकार की बीमारी से बचाना बहुत जरूरी होता है।

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