वजन कम करने के लिए आसान घरेलू उपाय

मोटापा वर्तमान समय की एक बहुत बड़ी समस्या बनती जा रही है इससे जुडी चिंताएं पूरे विश्व में फ़ैल रही है। WHO के अनुसार 1975 के बाद से दुनिया भर में मोटापा बहुत तेजी से फैलते हुए आज यह तीन गुना से ज्यादा हो गया है। और 2016 के एक ...

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Akash Yadav

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मोटापा वर्तमान समय की एक बहुत बड़ी समस्या बनती जा रही है इससे जुडी चिंताएं पूरे विश्व में फ़ैल रही है। WHO के अनुसार 1975 के बाद से दुनिया भर में मोटापा बहुत तेजी से फैलते हुए आज यह तीन गुना से ज्यादा हो गया है। और 2016 के एक रिपोर्ट के अनुसार दुनिया भर में लगभग 1 अरब 90 करोड़ लोग मोटापे से पीड़ित हैं जिनकी उम्र 18 साल से अधिक हैं। और लगभग 4 करोड़ बच्चे मोटापा के शिकार हैं जिनकी उम्र 5 साल से कम है।

हालाँकि इसके पीछे का एक मुख्य कारण, हमारा गलत और स्ट्रेस भरी लाइफस्टाइल  हो सकता है। मोटापा अनगिनत शारीरिक समस्यायों को जन्म देने वाला एक प्रमुख कारक बन सकता है जिसमें ब्लड प्रेशर, टाइप 2 मधुमेह, हार्ट संबंधी प्रॉब्लम, कैंसर, स्ट्रेस आदि प्रमुख हैं, इसके अलावां यह व्यक्ति को मानशिक तौर पर भी प्रभावित करता है।

अगर आपने इस पोस्ट को पढ़ने के लिए क्लिक किया है तो आप कहीं ना कहीं अपने वजन को लेकर चिंतित होंगे या तेजी से वजन कम करना चाहते होंगे। यह ब्लॉग आपको अपने मोटापे को प्राकृतिक तरीके से कम करने में मदत करेगी क्योकि हमने यहाँ सइंटफिक और विस्तृत तरीके से मोटापा कम करने के घरेलु तरीकों के बारे में बात किया है।

शरीर का वजन बढ़ने का क्या कारण है? 

मोटापा कम करने की दिशा में बढ़ने से पहले यह जानना बेहत जरूरी हो जाता है की इसके बढ़ने के मुख्य कारण और कारक क्या होते हैं ताकि तेजी से तेजी से वजन कम करना संभव हो सके।

शारीरिक वजन बढ़ने का प्रमुख वजह देखा जाये तो वह शरीर के द्वारा असंतुलित मात्रा में ऊर्जा संग्रह करना होता है यानी शरीर जरुरत से अधिक कैलरी को वसा के रूप में इक्क्ठा करने लगा है। हमारा शरीर अधिक वासा क्यों जमा करता है चलिए जानते हैं:-

हाई कलेरी फ़ूड को खाना:-  हाई कलेरी फ़ूड जिसमें प्रोसेस्ड फ़ूड यानी बर्गर, मैगी आदि या जिन खाद्य समाग्रियों में शुगर की मात्रा ज्यादा होती है का सेवन करने से शरीर में वसा की मात्रा बढ़ता है जिससे मोटापा बढ़ता है।

शारीरिक गतिविधि कम करना:- शारीरिक तरीके से निष्क्रियता होने के कारण ऊर्जा की खपत कम होती है जिससे शरीर में वासा का बढ़ना हो सकता है।

अनुवांशिक:- वजन बढ़ना पारिवारिक यानी अनुवांशिक हो सकता है, यैसे लोगों में कम खाने पर भी बहुत तेजी से वजन बढ़ जाता है।

हार्मोन में असंतुलन:- शरीर में किसी कारण से हार्मोन में बदलाव आ जाने से मोटापा बढ़ा सकता है। कुछ हार्मोन जैसे कोर्टिसोल और थायरॉइड हार्मोन के बढ़ने से भी मोटापा बढ़ता है।

मेडिकल परिस्थितियां:- जैसे हाइपोथायरायडिज्म(hypothyroidism), पोल्य्सिस्टिक ओवरी सिंड्रोम( polycystic ovary syndrome) and कुशिंग डिजीज(Cushing’s disease) में भी शरीर का वजन बढ़ता है।

ख़राब लाइफस्टाइल:- लाइफस्टाइल में अनियमितता जैसे समय पर खाना न खाना, समय पर नहीं सोना आदि  की वजह से भी वजन बढ़ने की समस्या देखा जा सकता है।

कुछ परिस्थितियों में जैसे अनुवांशिक, हार्मोनल असंतुलन और मेडिकल कंडीशन में वजन कम करने के लिए डॉक्टरी सहायता लेना जरुरी हो सकती है। इसलिए मोटापा बढ़ने के पीछे के कारण का पता लगाने के लिए डॉक्टरी सहायता जरूर लें।  हार्मोन असंतुलन से बढे मोटापे को हार्मोन को प्राकृतिक तरीके से संतुलित करने के तरीकों को अपना कर इससे निजाद पाया जा सकता है। हालाँकि यह परिस्थितियों की वजह से मोटापा बढ़ने के होने के चांस बहुत कम होता है।

अधिकतर लोगों में वजन बढ़ने का मुख्य कारण गलत लाइफस्टाइल ही होता है। तो चलिए अब जानते हैं जल्दी वजन कम करने के उपाय।

वजन कम करने के घरेलू उपाय

जिन कारणों से वनज बढ़ता है उसका पता लगाने के बाद उसमें सुधार करने से तेजी से वजन को कम करने में फायदा होता है, लेकिन यहाँ बताये गए वजन कम करने के घरेलू उपाय का नियमित पालन करने से मोटापा को प्रतबंधित करने में सहायता प्राप्त हो सकती है।

संतुलित और स्वस्थ आहार का सेवन

वजन को संतुलित बनाये रखने के लिए यह बहुत जरूरी है की संतुलित भोजन किया जाये, जिसमें पर्याप्त खनिज और पोषक तत्वों का संतुलन मात्रा में होना बहुत जरूरी हो जाता है। इसलिए भोजन में फल, शब्जियां, फिबर युक्त आहार, साबुत अनाज, हैल्थी फैट शामिल करना चाहिए। यह तेजी से वजन कम करने में मदतगार हो सकता है, इसके अतरिक्त अन्य शारीरिक दिक्क्तों को दूर रखने के लिए भी फयदेमंद हो सकता है।

फाइबर युक्त भोजन का उपयोग

फाइबर युक्त भोजन बढे हुए वजन को कम करने में बहुत मदत मिलती है। यह एक प्रकार का कार्बोहाइड्रेट होता है जो शरीर के पाचन क्रिया में सुधर करता है, हमारे शरीर के द्वारा अधिक मात्रा में कैलोरी लेने की प्रकिरिया को धीमा करता है, जिससे भूख कम लगती है और मोटापा नियंत्रित रहता है। इसके अतरिक्त यह हार्मोन को बैलेंस करने में भी फायदेमंद हो सकता है।1

विभिन्न प्रकार के फाइबर युक्त भोजन में फल, हरी सब्जियां, साबुत अनाज, नट और बीज आदि शामिल हो सकते हैं, इसके अतरिक्त ये स्वस्थ प्रोटीन का भी एक अच्छे स्त्रोत होते हैं जो पाचन प्रोसेस को धीमा करते हैं और भूख को नियंत्रित रखते हैं।

कैलोरी के सेवन में कमी

कैलोरी शरीर में ऊर्जा प्रदान करने का काम करता है इसीलिए यह हमारे शारीरिक स्वस्थ लिए बहुत महत्वपूर्ण है। लेकिन जरूरत से ज्यादा कैलोरी का सेवन करने से यह वासा के रूप में जमा होता रहता है और मोटापा बढ़ने का एक प्रमुख कारक बन जाता है। इसलिए मोटापा कम करने के लिए या बढ़ने से रोकने के लिए यह बहुत जरूरी हो जाता है की हम जरूरत के अनुसार ही कैलोरी का सेवन करें।2

इसलिए कुछ यैसे खाद्य पदार्थों को खाने से बचना चाहिए जिसमें अधिक कैलोरी की मात्रा पाई जाती हैं जैसे:- ताली हुई चीजें, अधिक मीठी चीजें, प्रोसेस फ़ूड आदि।

  • तरल कैलोरी:-

लिक्विड फॉर्म में कैलोरी जिसे सॉफ्ट ड्रिंक, कोल्ड्रिंक, एलकोहल, एनर्जी ड्रिंक, और ऐसे जूस जिसमें ज्यादा मात्रा में मिठास हो, का इस्तेमाल हमारे स्वस्थ का बहुत हानिकारक हो सकता है इसलिए मोटापा कम करने के लिए इनके प्रयोग पर नियंत्रण रखना चाहिए।

प्रोसेस व जंक फूड से बनायें दूरी

प्रोसेस फ़ूड और जंक फ़ूड मोटापा बढ़ने में जिम्मेदार होते हैं क्योकि इनमें अधिक मात्रा में केलेरी पाई जाती है, और पोषक तत्व ना के बराबर होते हैं।

प्रोसेस फ़ूड और जंक फ़ूड से क्यों होता है नुकसान?

  • केलेरी की मात्रा ज्यादा होती है।
  • फाइबर की कमी होती है।
  • पोषक तत्वों की कमी होती है।
  • सुगर और साल्ट की मात्रा ज्यादा होती है।
  • प्रोटीन की कमी होती है।

प्रोसेस फ़ूड और जंक फ़ूड को खाने से ना केवल मोटापा बल्कि और भी कई तरह की परेशानियां आ सकती है। यह किसी भी प्रकार से आपके सेहत के लिए फायदेमंद नहीं है।

प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा बहुत जरूरी

पोटीन को पोषक तत्वों का राजा कहा जाता है और हमारे शरीर को प्रोटीन की जरूरत निरंतर बानी रहती है क्योकि यह हमारे शारीरिक विकास में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।3

हमारे द्वारा लिया गया प्रोटीन को पचने के लिए शरीर को अधिक कलेरी बर्न करना पड़ता है, प्रोटीन हमारे भूख को भी नियंत्रित करता है, यह मसल मांस को बढ़ने में बहुत सहायक होता है, टेस्टोस्टेरोन लेवल को बूस्ट करने में भी मदत करता है, इन सभी गतिविधियों के कारण प्रोटीन का सेवन शरीर में जमा फैट में कमी लाने में मदत करता है।

प्रतिदिन एक्सरसाइज करें

रोजाना व्ययाम ना केवल वजन को कम करने बॉल्की सम्पूर्ण शरीर के स्वस्थ के लिए फायदेमंद होता है।4 आखिर कैसे व्ययाम करने से वजन कम (weight loss) होता है:-

  • एक्सरसाइज से केलेरी बार्न होता है।
  • मांसपेशियों का विकास होता है।
  • हृदय के स्वास्थ्य में सुधार होता है जिससे रक्त संचार बेहतर होता है।
  • तनाव कम होता है।
  • नीद में सुधार लता है।

यह अभी गतिविधियां वजन प्रबंधन करने में सहायक हो सकती है, इसलिए अगर वजन कम करना है तो आज से ही निरंतर व्ययाम करना पड़ेगा। एक्सरसाइज करना मुश्किल नहीं होता है मुश्किल केवल इसे नियमित करने में आती है।

पर्याप्त पानी का सेवन

पर्याप्त पानी का सेवन शरीरिक वजन को नियंत्रित रखने में बहुत लाभदायक होता है साफ और सही मात्रा में पानी पिने से हमारे शरीर का मेटाबोलिज्म सही होता है, इसके अलावां पानी पाचन क्रिया को भी तेज करने में मदत करता है जिससे कब्ज की शिकायत नहीं होती है। पर्याप्त पानी का सेवन करने से दुसरे पेय पदार्थों जिसमें अधिक केलेरी पाई जाती है उनके क्रेविंग को कम करने में मदत करता है।5

अच्छी नीद लेना बहुत जरूरी

अच्छी गहरी नीद लेना स्वास्थ के लिए बहुत आवश्यक है इसके अलावां यह बॉडी फैट को भी कम करने में मदत कर सकता है। अच्छी नीद नहीं लेने से भूख को नियंत्रित करने वाले  हार्मोन जैसे घ्रेलिन(ghrelin) और लेप्टिन (leptin) में असंतुलन आता है और इन हार्मोन में असंतुलन के कारण भूख भी ज्यादा लगने लगती है। इसलिए देर रत तक मोबाइल आदि न चलाये टाइम पर सोएं और टाइम पर जागें।6

निष्कर्ष

मोटापा अगर आपकी समान्य जिंदगी में दखल देने लगे और स्वास्थ सम्बन्धी दिक्क्तें पैदा करने लगे तो इसको गंभीरता के साथ लेना बहुत जरूरी हो जाता है। हालाँकि मोटापे के कारण कई बीमारिया और मानशिक प्रॉब्लम देखने को मिलती है जैसे – ह्रदय सम्बन्धी बीमारियां, हाई ब्लड प्रेशर, टाइप 2 मधुमेह, कैंसर, लीवर समबन्धी बीमारिया, स्ट्रेस, सोसल एंग्जाइटी आदि।

अनुवांशिक और हार्मोनल डिस्बैलेंस के कारण होने वाले मोटापे को डॉक्टरी सलाह से इलाज करना संभव हो सकता है। लेकिन लाइफस्टाइल के खराब होने से होने वाले मोटापे को हम कण्ट्रोल कर सकते हैं।

रेगुलर एक्सरसाइज या व्यायम को बढ़ा कर, स्वस्थ भोजन सेवन करके,  और केलेरी का उपयोग में कमी करके हम अपने शरीर का वजन को नियंत्रित कर सकते हैं।

संदर्भ

  1. Slavin, Joanne L. “Dietary fiber and body weight.Nutrition 21.3 (2005): 411-418. ↩︎
  2. Benton, David, and Hayley A. Young. “Reducing calorie intake may not help you lose body weight.Perspectives on Psychological Science 12.5 (2017): 703-714. ↩︎
  3. Westerterp-Plantenga, M. S., et al. “Dietary protein, weight loss, and weight maintenance.Annual review of nutrition 29 (2009): 21-41. ↩︎
  4. Chaput, Jean-Philippe, et al. “Physical activity plays an important role in body weight regulation.Journal of obesity 2011 (2011). ↩︎
  5. Daniels, Melissa C., and Barry M. Popkin. “Impact of water intake on energy intake and weight status: a systematic review.Nutrition reviews 68.9 (2010): 505-521. ↩︎
  6. Kline, Christopher E., et al. “The association between sleep health and weight change during a 12-month behavioral weight loss intervention.International journal of obesity 45.3 (2021): 639-649. ↩︎

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